नई दिल्ली। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (Delhi Minority Commission) के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान पर सोशल मीडिया (Social Media) पर कथित रूप से “भड़काऊ” टिप्पणी करने के आरोप में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस बीच ही जफरूल ने शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर ही अपने पोस्ट के लिए माफी भी मांगी थी। लेकिन इससे पहले दिल्ली पुलिस केस दर्ज कर चुकी थी।
जफरूल पर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल जांच कर रही है। अब उन्हें जांच में सहयोग देने के लिए समन किया जाएगा। जफरूल के खिलाफ शिकायत साउथ दिल्ली के एक शख्स ने शिकायत दर्ज करवाी थी। शिकायत में कहा गया था कि उन्होने भड़काऊ पोस्ट लिखी है जिससे समाज में दरार पैदा हुई।
शिकायत में यह भी कहा गया कि समाज पहले ही खराब माहौल से गुजर रहा है। खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (राजद्रोह) और 153ए (धर्म, नस्ल और जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता भड़काने) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दर्ज कराई गई प्रथमिकी में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि खान का पोस्ट ‘‘भड़काऊ’’,‘‘इरादतन’’ और राजद्रोह से युक्त था तथा यह समाज के सौहार्द को बिगाड़ने और विभाजन पैदा करने पर केंद्रित था।
शुक्रवार को जफरूल ने मांगी माफी
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरूल इस्लाम खान ने सोशल मीडिया में की गयी अपनी एक विवादित टिप्पणी के लिए शुक्रवार को माफी मांग ली थी। खान ने कहा कि देश जब एक आपात स्थिति का सामना कर रहा है तो उस समय उनकी ओर से किया गया एक ट्वीट ‘गलत समय पर’ था और ‘असंवेदनशील’ था। खान पिछले मंगलवार को अपने उस ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गए थे जिसमें उन्होंने देश में मुसलमानों के कथित उत्पीड़न का दावा किया था।
शुक्रवार को पोस्ट कर जफरूल ने कहा, ‘मुझे यह अहसास हुआ कि जब देश चिकित्सीय आपातकाल की स्थिति का सामना कर रहा है और एक अदृश्य शत्रु से लड़ रहा है तो ऐसे में मेरा ट्वीट गलत समय पर और असंवेदनशील था। मैं उन सभी लोगों से माफी मांगता हूं जिनकी भावनाएं आहत हुई हैं।’
खान ने 28 अप्रैल के अपने ट्वीट में कुवैत को भारतीय मुसलमानों के साथ खड़ा रहने को लेकर धन्यवाद दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया के एक धड़े ने उनके ट्वीट को तोड़-मरोड़कर पेश किया। खान के मुताबिक उन्होंने एक चैनल को कानूनी नोटिस भी भेजा है। इस मुद्दे पर दिल्ली बीजेपी के विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मीटिंग की थी और खान को पद से हटाने की मांग की थी।