लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां सीएम योगी आदित्यानाथ की उपस्थिति में बांटे गए कंबल को उनके जाते ही वापस ले लिया गया। यह मामला उजागर हुआ तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इस मामले की जांच के आदेश हो गए और चौक कोतवाली में कंबल वापस लेने वालों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
इस मामले में प्रशासन का कहना है कि, उनके तरफ से कंबल वापस नहीं लिया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरी सीएम के जाते ही तीमरदारों से कंबल किसने और किसके कहने पर वापस लिए? बता दें कि, दो दिन पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर के दौरे पर गए थे। इसकी जानकारी मिलते ही वहां बने रैन बसेरे में मौजूद लोगों को कंबल बांट दिए गए।
वहीं, सीएम वहां पहुंचे तो रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर अव्यवस्था देखकर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे। वहीं, इस दौरान कई तीमरदारों को भी कंबल बांट गए थे। वहीं, सीएम के निरीक्षण के कुछ देर बाद उनसे कंबल वापस ले लिया गया। इसको लेकर तीमरदारों में आक्रोश है। वहीं, यह मामला उजागर होने पर कंबल वापस लेने वालों पर मुकदमा दर्जकर लिया गया है।
वहीं, वहां मौजूद कई तीमरदारों ने कहा कि रुपये लेकर कंबल दिए जा रहे हैं। कंबल के लिए 150 रुपए लिए जा रहे हैं। ऐसे में जिला और केजीएमयू प्रशासन पर सवाल खड़े होते हैं। फिलहाल सवाल यह उठ रहा है कि, किसके कहने पर तीमरदारों से कंबल वापस लिए गए।