लखनऊ। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रिटायर्ड अधिकारी और बहुजन समाज पार्टी के करीबी कुंवर फतेह बहादुर सिंह ने पार्टी सुप्रीमो मायावती के निर्णय पर सवाल उठाए हैं। पूर्व आईएएस ने एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट करके लोकसभा व राज्यसभा में ब्राम्हण नेताओं को नेता सदन बनाए जाने पर सवाल उठाए।
पूर्व आईएएस ने ट्वीट में लिखा कि वर्तमान लोकसभा के गठन के 8 माह में बीएसपी द्वारा पांच बार सामाजिक सामंजस्य के नाम पर नेता सदन बदला गया। गिरीश जाटव, दानिश अली, श्याम सिंह यादव, दानिश अली, रितेश पाण्डेय को बदला गया है। राज्यसभा में सतीश चन्द्र मिश्र नेता सदन हैं। दोनों सदनों में एक ही समाज के नेता किस प्रकार का न्याय है।
एक अन्य ट्वीट में रिटायर्ड आईएएस कुंवर फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि दोनों सदनों में एक ही समाज के नेता किस सामाजिक न्याय का प्रतीक है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह बीएसपी की सामाजिक परिवर्तन की अवधारणा के अनुरूप है। क्या मान्यवर कांशीराम ने इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए बीएसपी का गठन किया था। बहुजन समाज जानना चाह रहा है।
बता दें कि कुंवर फतेह बहादुर सिंह 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें बसपा सुप्रीमो मायावती का विश्वासपात्र माना जाता है। मायावती की सरकार के कार्यकाल में वो हमेशा महत्वपूण्र पदों पर रहे। मायावती के 2007 से 2012 तक के कार्यकाल में फतेह बहादुर गृह और नियुक्ति विभाग के प्रमुख सचिव थे।