नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है। वहीं दूसरी तरफ केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर जंग को जीतने की पूरी कोशिश कर रही हैं। देशव्यापी लॉकडाउन के बाद इसकी रफ्तार कुछ जिलों में जहां कम हुई है वहीं कुछ जिलों में बीते दिनों में एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। इसके अलावा एक बात और सुकून देने वाली ये है कि बीते दो सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की रफ्तार भी लगभग दोगुनी हो गई है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के 31,332 मामलों की पुष्टि की गई है। इसके अलावा देश में अब तक 1007 लोगों की इसकी वजह मौत हो गई है। 22629 लोगों का इलाज अभी भी जारी है जबकि 7695 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। इसके बाद भी अभी ये लड़ाई न तो खत्म ही हुई है और न ही जीत ही हासिल हुई है।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं कि ये लड़ाई अभी और लंबी चलेगी। इसके अलावा देश और दुनिया की सरकारें समेत विश्व स्वास्थ्य संगठन कह चुका है कि ये वायरस भविष्य में भी जिंदा रहेगा। संगठन की तरफ से ये कहा जा चुका है कि जब तक इसकी कोई कारगर वैक्सीन दुनिया के सामने नहीं आ जाती है तब तक लॉकडाउन को खोलना नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि इस बात को भारत समेत पूरी दुनिया बखूबी जानती है।
भारत लगातार जंग में जीत की तरफ आगे बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक तीन वजहों से मरीजों के ज्यादा संख्या में स्वस्थ होने की बात सामने आई है। इनमें सबसे पहली और बड़ी वजह है कि मरीजों का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने से इनके इलाज में आसानी हो रही है। दूसरी वजह में सिर्फ 20 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा, इनमें से महज तीन से चार फीसदी को ही लंबे समय तक इलाज की जरूरत पड़ी है। स्वास्थ्य मंत्रालय का भी कहना है कि 80 फीसदी से ज्यादा मरीजों में हल्के लक्षण हैं और उन्हें भर्ती करने की भी जरूरत नहीं पड़ रही है।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को सामने आया था जब एक भारतीय छात्र वुहान से लौटा था। भारत में बीते चार माह में सामने आए कोरोना मरीजों के आंकड़ों से पता चलता है कि पहला मामला सामने आने के 48 दिन बाद भी भारत में कोरोना के केवल 7 मामले ही आए थे। लेकिन, 14 मार्च तक इनकी संख्या बढ़कर 100 पहुंच गई थी। 29 तक इनकी संख्या 1000 के पार हो गई थी। अगले 16 दिनों में ही ये आंकड़ा 10 हजार के पार जा पहुंचा था।
अगले 8 दिनों में देश भर में 10 हजार कोरोना मरीज और बढ़ गए और अब इसके 27892 मामले सामने आ चुके हैं। आंकड़ों से ये बात बेहद साफतौर पर स्पष्ट हो रही है कि कोरोना वायरस बेहद तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। पहले 10 हजार मरीज सामने आने में जहां 73 दिन लगे वहीं केवल आठ दिनों में ही 10 हजार और मामले देश के सामने आ गए थे।