नई दिल्ली। महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बनी जापानी पर्वतारोही जुन्को ताबेई (Junko Tabei)। Google ने अपना आज का doodle उनके 80 वें जन्मदिन पर समर्पित किया। ताबेई माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली पहली महिला थीं और हर महाद्वीप पर सभी सात सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ने वाली भी पहली महिला थीं। इस फेम को हासिल करने के लिए Junko को खतरनाक avalanche का भी सामना करना पड़ा था। जिसके बाद कहा जाता है कि उन्होंने जापानी पर्वतारोहियों में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया और जापान में महिला पर्वतारोहियों के लिए प्रेरणा बनीं।
इतना ही नहीं Junko Tabei एवरेस्ट की चोटियों पर चढ़ने वाली 36वीं पर्वातारोही भी बनीं। 16 मई 1975 को Junko Tabei ने एवरेस्ट की चोटी से दुनिया को देखा था।
दरअसल, गूगल ने एक खास एनिमेटेड डूडल बनाया है जिसमें सबसे पहले आपको कई पर्वतों की चोटियां दिखाई पड़ेंगी जिस पर वीडियो प्ले करने का एक बटन लगा दिखाई देगा। जैसे ही आप इस बटन पर क्लिक करेंगे, पीछे बनी हुई चोटियों पर एक पर्वतारोही या माउंटेनियर आपको माउंटेन्स पर दिखाई देने लगता है। वो कभी इस चोटी पर दिखाई देता है तो कभी उस चोटी पर दिखाई देता है।
वहीं, चार दशक बाद Junko Tabei कहती हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली पहली महिला बनेंगी। Junko Tabei जापान के Fukushima शहर से आती हैं और उन्होंने Ladies Climbing Club 1969 में स्थापित किया था जो कि जापान का पहला महिला माउंटेनियरों का संगठन था। Ladies Climbing Club का स्लोगन था- “Let’s go on an overseas expedition by ourselves.”
बता दें, उनका जन्म 22 सितंबर 1939 को मिहारू, फुकुशिमा में हुआ था। वह 16 मई, 1975 को ऑल फीमेल कलाइंबिंग पार्टी की नेता के तौर पर एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचीं। 1992 में, वह “सेवन समिट्स” को पूरा करने वाली पहली महिला बनीं, जो सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंची। और 2016 में उनका निधन हो गया था। यदि वह रहती थीं, तो उनका 80 वां जन्मदिन होता। सन 2016 में उनका निधन हो गया था। यदि वह आज जिंदा होतीं तो आज उनका 80 वां जन्मदिन होता।
जुन्को ताबेई सात बहनों में पांचवे नंबर की थीं। जब उन्होंने पहली बार चढाई की थी तब वह चौथी क्लास में थीं। यह चढ़ाई उन्होंने अपनी टीचर के साथ की थी। उन्होंने पहली बार माउंट नासू के पास चढाई की थी। ताबेई ने 70 से अधिक देशों में सबसे ऊंचे पहाड़ों पर चढ़कर, चोटियों को स्केल करने के लिए अपनी एडल्ट लाइफ समर्पित कर दी।