ग्रहण एक खगोलीय घटना है। खगोल में होने वाली इस घटना का जीव जगत पर सीधा असर पड़ता है। पशु पक्षी मानव और वनस्पतियां इसके प्रभाव से प्रभावित होते है।
Grahan 2023 : ग्रहण एक खगोलीय घटना है। खगोल में होने वाली इस घटना का जीव जगत पर सीधा असर पड़ता है। पशु पक्षी मानव और वनस्पतियां इसके प्रभाव से प्रभावित होते है। वर्ष 2023 में कुल 4 ग्रहण लगने थे जिनमें से पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल के दिन और पहला चंद्र ग्रहण 5 मई की रात लगा था। अक्टूबर के महीने में 2 ग्रहण (Eclipse) लगने वाले हैं। अक्टूबर में साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) और साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) होगा। आइये जानते है इन ग्रहणों की तिथि और समय के बारे में ।
साल के दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार के दिन लगने वाला है। दूसरा सूर्य ग्रहण जोकि वलयाकार पूर्ण सूर्य ग्रहण होने वाला है और इसे रिंग ऑफ फायर (Ring of fire) भी कहा जा सकता है।
यह वलयाकार सूर्य ग्रहण कई हिस्सों से देखा जा सकता है जिनमें नॉर्थवेस्टर्न यूनाइटेड स्टेट्स, मेक्सिको, सेंट्रल अमेरिका और साउथ अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और आर्कटिक रीजन शामिल हैं। बता दें कि भारत से इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। भारत में सूतक काल (Sutak Kaal) मान्य नहीं होगा।
साल 2023 का दूसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) और आखिरी ग्रहण 28-29 अक्टूबर की रात लगने वाला है। इस ग्रहण को यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया समेत संसार के कई हिस्सों से देखा जा सकेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। यह ग्रहण 29 अक्टूबर, शुक्रवार 1:06 एएम पर दिखेगा और 2:22 एएम पर समाप्त हो जाएगा। इस ग्रहण में चंद्रमा का रंग संतरी जैसा दिखता है। साल के दूसरे चंद्र ग्रहण को भारत से देखा जा सकता है इसलिए धार्मिक आधार पर इसका सूतक काल मान्य होगा।