ज्ञानवापी परिसर में चले तीनों दिनों तक सर्वे की रिपोर्ट को गुरुवार वाराणसी सिविल कोर्ट में सौंप दी गई। सर्वे रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। चौंकाने वाले खुलासे को लेकर हिंदू पक्ष अपने दावे को और ज्यादा मजबूत बता रहा है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह की ओर से दी गई रिपोर्ट में हिंदू आस्था से जुड़े कई अहम निशान मिले हैं।
Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी परिसर में चले तीनों दिनों तक सर्वे की रिपोर्ट को गुरुवार वाराणसी सिविल कोर्ट में सौंप दी गई। सर्वे रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। चौंकाने वाले खुलासे को लेकर हिंदू पक्ष अपने दावे को और ज्यादा मजबूत बता रहा है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह की ओर से दी गई रिपोर्ट में हिंदू आस्था से जुड़े कई अहम निशान मिले हैं।
इसके साथ ही रिपोर्ट में शिवलिंगनुमा पत्थर को लेकर विस्तृत जानकारी दी है तो जगह-जगह स्वास्तिक, त्रिशूल और कमल जैसी कलाकृतियां मिलने की बात कही गई है। इसके साथ ही कई सर्वे में कई ऐसी बातें सामने आईं हैं, जो बेहद ही चौंकाने वाली है। मीडिया रिपोर्ट की माने जो जो सर्वे रिपोर्ट दी गई है उसमें स्वास्तिक और त्रिशूल, पान के पत्ने समेत अन्य निशाना का जिक्र है।
रिपोर्ट की माने तो सर्वे रिपोर्ट में कमल के फूल और हाथी के सूंड जैसी भी आकृति का जिक्र किया गया है। बता दें कि, गुरुवार को सभी पक्षकारों की मौजूदगी में सिर्फ 10 मिनट की सुनवाई चली। इस दौरान अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के वकील अभय नाथ यादव ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति पेश करते हुए कहा कि निचली अदालत को इस मामले में सुनवाई स्थगित रखने की जानकारी दी।
कहा कि शुक्रवार को तीन बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। वाराणसी की अदालत इन परिस्थितियों में सुनवाई की तिथि 23 मई नियत कर दी।