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हरियाली तीज 2021: भगवान शिव और माता पार्वती की करें आरती, मिलेगा मनचाहा वरदान

हिंदू धर्म में व्रत, त्योहारों के मेले में हरियाली तीज का विशेष महत्व है। सावन की हरियाली के बीच युवतियों और सुहागिनों के श्रृंगार का रंग का इस माह में पड़ने वाले तीज, त्योहारों की छटा में रंग भर देता है।ऐसा ही एक व्रत त्योहार हरियाली तीज है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

हरतालिका तीज 2021: हिंदू धर्म में व्रत, त्योहारों के मेले में हरियाली तीज का विशेष महत्व है। सावन की हरियाली के बीच युवतियों और सुहागिनों के श्रृंगार का रंग का इस माह में पड़ने वाले तीज, त्योहारों की छटा में रंग भर देता है।ऐसा ही एक व्रत त्योहार हरियाली तीज है। हरियाली तीज 11 अगस्त दिन बुधवार को मनाई जाएगी।ये त्योहार सावन मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।

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ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को पाने के लिए माता पार्वती ने इस व्रत को किया था। इस दिन महिलाएं निर्जला और निराहार रहकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती है। वहीं कुंवारी लड़कियों के लिए भी हरतालिका तीज का व्रत बेहद खास माना जाता है। सावन में हरियाली और कजरी तीज मनाई जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि कुंवारी लड़कियां अगर इस व्रत को करें तो उन्हें मनचाहा पति मिलता है। हरतालिका व्रत रखने के बाद इस दिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं पूरा दिन व्रत रख कर रतजगा भी करतीं है।

हरतालिका व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है। इस व्रत के दौरान महिलाएं सुबह से लेकर अगले दिन सुबह सूर्योदय तक जल ग्रहण तक नहीं कर सकतीं। महिलाएं 24 घंटे तक बिना अन्न और जल के हरतालिका तीज का व्रत रहती हैं।इस दिन विशेष रूप से गौरी-शंकर की पूजा की जाती है। व्रत करने वाली महिला सूर्योदय से पूर्व ही उठ जाती हैं और स्नान-ध्यान कर श्रृंगार करती हैं।

माता पार्वती की आरती

जय पार्वती माता जय पार्वती माता
ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता
जग जीवन जगदंबा हरिहर गुण गाता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा
देव वधु जहं गावत नृत्य कर ताथा।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

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सतयुग शील सुसुन्दर नाम सती कहलाता
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता
सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाथा।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
सृष्ट‍ि रूप तुही जननी शिव संग रंगराता
नंदी भृंगी बीन लाही सारा मदमाता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

देवन अरज करत हम चित को लाता
गावत दे दे ताली मन में रंगराता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
श्री प्रताप आरती मैया की जो कोई गाता
सदा सुखी रहता सुख संपति पाता।
जय पार्वती माता मैया जय पार्वती माता।

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