हैदराबाद। तेलंगाना के हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया गया और फिर उसे जिंदा जलाकर सड़क पर फेंक दिया गया। जहां देश में इस घटना को लेकर आक्रोश है वहीं तेलंगाना के सीएम के चन्द्रशेखर राव 15 सौ किलोमीटर दूर दिल्ली एक दावत में शामिल होने जरूर पंहुच गये पर अपने घर से महज 30 किलोमीटर दूर पीड़ित परिजनो से मिलने के लिए उनको फुर्सत न मिली। वहीं पीड़िता की मां ने दोषियों को जिन्दा जलाने की मांग की है।
मीडिया रिपोर्ट के मुतबिक हैदराबाद गैंगरेप पीड़िता की मां ने मांग की है कि उनकी बेटी के साथ दरिंदगी करने वाले सभी दोषियों को उसी तरह जला दें जिस तरह उनकी बेटी को उन दरिंदो ने जलाया था, उन्होने यह भी कहा कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहएि। वहीं पीड़िता के पिता का कहना है कि अपराध करने वालों की उम्र तो कम है, पर उन्होंने काम बहुत बड़ा कर दिया। ऐसे दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देनी चाहिए। पिता का आरोप था कि स्थानीय पुलिस ने पूरे मामले में काफी ढ़ीला रवैया अपनाया, उनका कहना था कि पुलिस ने ज्यादा समय सीसीटीवी फुटेज देखने में ही बिता दिया।
पीड़ित पिता ने कहा अगर निर्भया के आरोपियों को अबतक सजा मिल जाती तो अपराधियों में खौफ पैदा होता। उन्होने बताया कि उनकी बेटी काफी होनहार थी और उसने अपने सारे सपने भी पूरे किये। उनका कहना था कि वो घंटो घंटो लगातार पढ़ाई करती थी और सर्विस कमीशन की परीक्षा पास करके 3 साल नौकरी की। पिता का कहना है कि वो बेटी की शादी की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बचपन से ही घरों में लड़कों को संस्कार देने चाहएि। उन्होने तेलंगाना के सीएम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सीएम को यहां आकर हमे धैर्य देना चाहएि था लेकिन अफसोस की वो नही आये।
पीड़िता की बहन ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब पुलिस से मदद नही मिली तो वो खुद बहन को खोजने के लिए घर से निकली थी। बहना कहा कहना है कि जिस जगह घटना हुई वो जगह उनके घर से महज 2 किलोमीटर ही दूर है। अगर पुलिस थोड़ा तेजी दिखाती तो बहन की जान बच सकती थी। जब बहन ने फोन किया था उसे डर लग रहा था, इस दौरान 6 मिनट तक बात हुई थी। पीड़िता की छोटी बहन का कहना है कि उनकी बहन उसका बहुत ख्याल रखती थी।