नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारी सुस्ती से जूझ रही भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए राहतभरी खबर दी है। स्विट्जरलैंड में चल रही है वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 50वीं सालाना बैठक में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष यानी आईएमएफ (IMF) की चीफ क्रिस्टालिना जियॉर्जिवा (IMF Chief Kristalina Georgieva) ने कहा है कि भारत में आर्थिक सुस्ती कुछ दिनों के लिए है। क्रिस्टालिना जियॉर्जिवा ने कहा कि आने वाले समय में फिर से तेज आर्थिक ग्रोथ की उम्मीद कायम है।
दरअसल, क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा है कि भारत में आर्थिक सुस्ती अस्थायी है और आने वाले समय में इसमें सुधार की उम्मीद है। जॉर्जीवा ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) 2020 में ये बात कही। जॉर्जीवा ने उभरते बाजारों का जिक्र करते हुए कहा कि ये आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमने एक बड़े बाजार भारत में गिरावट देखी है, लेकिन हमारा मानना है कि यह अस्थाई है। हमें आने वाले समय में गति बढ़ने का अनुमान है। इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे कुछ अन्य बेहतर बाजार भी हैं।” जॉर्जीवा के मुताबिक कई अफ्रीकी देश भी अच्छा कर रहे हैं, लेकिन मैक्सिको जैसे कुछ देश अच्छा नहीं कर रहे हैं।
क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का ये बयान ऐसे समय में आया है जब आईएमएफ ने हाल ही में भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त के अनुमान को काफी घटा दिया है। आईएमएफ ने कहा है कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बढ़त दर महज 4.8 फीसदी रहेगी।
दुनिया की कई बड़ी एजेंसी घटा चुकी हैं भारत की GDP का अनुमान
IMF- पिछली बार 6 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 4.8 फीसदी अनुमान
SBI रिसर्च- पिछली बार 5 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 4.6 फीसदी अनुमान
Fitch- पिछली बार 5.6 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 4.6 फीसदी अनुमान
ADB- पिछली बार 6.5 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 5.1 फीसदी अनुमान
World Bank- पिछली बार 6 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 5 फीसदी अनुमान
RBI- पिछली बार 6.1 फीसदी जीडीपी का अनुमान, अब 5 फीसदी अनुमान