सुलतानपुर पश्चिमी रेलवे कालोनी के क्वार्टर संख्या 1-11-D ओम प्रकाश (विद्युत सहायक) के नाम आवंटित है। इसमें वह अपने परिवार के साथ रहता है। उसका परिवार काफी झगड़ालु प्रवृति का है। जिससे आये दिन उनका विवाद वेवजह कॉलोनी में रहने वाले लोगों से होता रहता है। विवाद इस कदर बढ़ जाता है कि मामला खून खराबा तक पहुंच जाता है।
सुलतानपुर। सुलतानपुर पश्चिमी रेलवे कालोनी के क्वार्टर संख्या 1-11-D ओम प्रकाश (विद्युत सहायक) के नाम आवंटित है। इसमें वह अपने परिवार के साथ रहता है। उसका परिवार काफी झगड़ालु प्रवृति का है। जिससे आये दिन उनका विवाद वेवजह कॉलोनी में रहने वाले लोगों से होता रहता है। विवाद इस कदर बढ़ जाता है कि मामला खून खराबा तक पहुंच जाता है।
18 कर्मचारी ओमप्रकाश से कमरा खाली करवाने के लिए बीते दिनों सहायक मंडल अभियंता -1 सुलतानपुर से लिखित कर चुके हैं आवेदन
बता दें कि इस कॉलोनी में रहने वाले 18 कर्मचारियों ने ओमप्रकाश से कमरा खाली करवाने के लिए बीते दिनों सहायक मंडल अभियंता -1 सुलतानपुर को लिखित आवेदन कर चुके हैं। इसी बीच बीते 16 दिसंबर को समय 14:20 बजे शैलेन्द्र कुमार पद ट्रैकमैन इंजी. के परिवार के साथ ओम प्रकाश व उनके परिवार के लोगों ने मारपीट किया, जिसमें शैलेन्द्र कुमार व उनकी पत्नी को गंभीर चोट आ गयी है।
कोतवाली पुलिस दर्ज कर चुकी है FIR
इस मामले की जानकारी होने पर वीरेन्द्र कुमार व उनकी पत्नी बीच-बचाव करने पहुंचे तो के सिर पर सरिया से वार कर चोटिल कर दिया गया। जिसका शिकायत स्थानीय कोतवाली में की गई। इसके पुलिस ने जांच कर FIR भी दर्ज कर चुकी है।
रेलवे की खाली जमीन को ओमप्रकाश अवैध तरीके से कर रखा है कब्जा
मिली जानकारी के अनुसार ओमप्रकाश अपने क्वार्टर के सामने रेलवे की खाली जमीन को अवैध तरीके से भी कब्जा कर रखा है। जिससे कर्मचारियों के बच्चे खेलने के लीए बाहर निकलते है तो बच्चों के साथ गाली गलौज व मारपीट करते हैं। उसकी दबंगई का सिलसिला पिछले तीन वर्ष से चला आ रहा है,लेकिन रेलवे के उच्चाधिकारी तमाम शिकायतों के बाद हाथ—हाथ पर धरे बैठे हुए और किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं।
रेलवे के उच्चाधिकारी आखिरकार किस अनहोनी का कर रहे हैं इंतजार
बता दें कि वर्ष 2019 में भी ओमप्रकाश ने एक कर्मचारी को जमकर पीटा था। उस समय भी पुलिस में केस दर्ज हुआ था। उस वक्त भी कालोनी के कर्मचारियों ने ओमप्रकाश से कमरा खाली करवाने के लिए तत्कालीन सहायक मंडल अभियंता मंगल यादव से लिखित शिकायत किया था। तब उन्होंने आगे से झगड़ा न करने के लिए चेतावनी पत्र देकर छोड़ दिया था। परन्तु यदि इस बार भी ओमप्रकाश को कालोनी से नहीं निकाला गया तो किसी बड़े अप्रिय घटना घटने से इंकार नहीं किया जा सकता है।