देश में भीषण गर्मी के बीच जमकर बिजली कटौती हो रही है। बिजली कटौती के पीछे पावर प्लांट्स में कोयले की कमी को बताया जा रहा है। इसको लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने केंद्र को आगह किया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मेट्रो और अस्पतालों की सेवा पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, कांग्रेस (Congress) इसको लेकर मोदी सरकार (Modi government) पर हमलावर है।
नई दिल्ली। देश में भीषण गर्मी के बीच जमकर बिजली कटौती हो रही है। बिजली कटौती के पीछे पावर प्लांट्स में कोयले की कमी को बताया जा रहा है। इसको लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने केंद्र को आगह किया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मेट्रो और अस्पतालों की सेवा पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, कांग्रेस (Congress) इसको लेकर मोदी सरकार (Modi government) पर हमलावर है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने मोदी सरकार (Modi government) पर सवाल पूछे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि, आग बरसाती गर्मी..12 घंटे के बिजली कट, PM मौन, बिजली-कोयला मंत्री गुम। इसके साथ ही उन्होंने तीन सवाल भी किए हैं। उन्होंने पूछताछ है कि देश में 72,074 मेगावाट क्षमता के प्लांट बंद क्यों? देश के 173 पावर प्लांट्स में से 106 प्लांट्स में कोयला 0%-25% के बीच ही क्यों?
क्या मोदी सरकार संज्ञान लेगी👇
• आज 29 अप्रैल को 11बजे तक देश में बिजली की मांग =12,000 मेगावाट, सप्लाई 2,057 मेगावाट।
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• आज एनर्जी एक्स्चेंज में बिजली ख़रीद की क़ीमत =₹12 प्रति यूनिट।
अगर केंद्र सरकार आगे बढ़ मदद नहीं करेगी तो राज्य महंगी बिजली कहाँ से और कैसे ख़रीदेंगे! pic.twitter.com/cSyRtswbM7
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 29, 2022
कोयले की मांग रोज़ 22 लाख टन, सप्लाई 16 लाख टन ही क्यों? इसके साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने पूछा है कि, आज 29 अप्रैल को 11बजे तक देश में बिजली की मांग =12,000 मेगावाट, सप्लाई 2,057 मेगावाट। आज एनर्जी एक्स्चेंज में बिजली ख़रीद की क़ीमत =₹12 प्रति यूनिट। अगर केंद्र सरकार आगे बढ़ मदद नहीं करेगी तो राज्य महंगी बिजली कहां से और कैसे ख़रीदेंगे?