नई दिल्ली। आयकर विभाग (Income Tax Depatment) ने बड़ी कारवाई करते हुए तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता (J Jayalalithaa) की सहयोगी वी के शशिकला (VK Sasikala) की 1600 करोड़ की बेनामी सम्पत्ति को जब्त किया है। ये कार्रवाई बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम के प्रावधानों के तहत हुई है।
सूत्रों ने बताया कि शशिकला पर आरोप है कि उसने नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों से काल्पनिक नामों से करीब 1500 करोड़ रुपए की संपत्ति जुटाई थी। आयकर विभाग ने 2017 में शशिकला और अन्य के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत उसके ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान बेनामी संपत्ति का पता चला था। अधिकारियों ने इसे लेकर शशिकला से पूछताछ भी की थी।
जयललिता की मौत को लेकर शशिकला से पूछताछ हुई थी
जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके की बागडोर संभालने वाली शशिकला को बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के नेतृत्व वाले खेमे ने पार्टी से निकाल दिया था। उसके रिश्तेदार इलावरासी और वीएन सुधाकरन भी मामले में चार साल की जेल की सजा काट रहे हैं। जयललिता की मौत में कथित संलिप्तता को लेकर भी शशिकला से पूछताछ हो चुकी है।
आय से अधिक संपत्ति का है आरोप
अधिकारियों ने कहा कि शशिकला के खिलाफ बेनामी संपत्ति लेनदेन अधिनियम, 1988 की धारा 24 (3) के तहत कुर्की का अस्थायी आदेश जारी किया गया है। कर विभाग ने शशिकला और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ वर्ष 2017 में बड़े पैमाने पर छापे मारे थे और इन परिसंपत्तियों के बारे में दस्तावेज बरामद किए गए थे। वह आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद बेंगलुरु की जेल में बंद हैं।
संपत्तियों का हुआ था नकद लेने-देन
अधिकारियों ने बताया कि इन परिसंपत्तियों को खरीदने के लिए नकद भुगतान किया गया था और निष्पादन का काम दोनों पक्षों के बीच ‘समझौता ज्ञापन’ पर हस्ताक्षर के जरिये किया गया। जबकि नोटबंदी के दौरान नगद लेन-देन पर रोक थी। विगत दिनों में इस मामले के संबंध में कर अधिकारियों द्वारा उनसे इस बारे में पूछताछ की गई थी।