नई दिल्ली। ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। बीती देर रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हमला किया गया। इसके साथ ही दूतावास पर ताबड़तोड़ कई राकेट दागे गए। इसके साथ ही अमेरिकी फौजी बेस पर भी हमला बोला गया। हालांकि इस हमले में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। इस हमले को कासिम सुलेमानी के मारे जाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं, आधिकारिक रूप से इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। उधर, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खोमैनी का जनरल कासिम सुलेमानी खास था। वहीं, सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिकी दूतावस धमाके से गूंज उठा। देर रात बगदाद के अमेरिकी दूतावास के भीतर रॉकेट दागे गए।
रॉकेट अमेरिकी दूतावास के अंदर फटा, इलाके में अफरातफरी देखी गई। इस घटना के बाद अमेरिकी सेना ने गश्त शुरू कर दिया है। उधर, इराक ने बगदाद के आसपास इमरजेंसी लगा दी है। वहीं, अमेरिकी ड्रोन रॉकेट हमले की सबूत तलाश रहे हैं लेकिन अति सुरक्षित ग्रीन जोन समेत अमेरिकी एयरबेस पर हमले से ये साफ हो गया है कि हमलावर हर कोई मौका नहीं छोड़ने वाले।
हालांकि ईरान से तनातनी के बीच अमेरिका ने मध्यपूर्व में अपनी फौज की तैनाती बढ़ा दी है। कुवैत के सलेम एयरबेस में 3000 से ज्यादा अमेरिकी जवानों की तैनाती की गई है। सूत्रों के मुताबिक पिछले साल मई से लेकर अबतक 14 हजार अतिरिक्त सैनिकों को इस इलाके में भेजा गया है।