पराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को जीत मिली है। उनके सामने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा थीं। उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनको देशभर से बधाई दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। आइए जानते हैं देश के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सियासी सफर के बारे में...
Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को जीत मिली है। उनके सामने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा थीं। उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनको देशभर से बधाई दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। आइए जानते हैं देश के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सियासी सफर के बारे में…
राजस्थान की सियासत के चर्चित चेहरा
जगदीप धनखड़ राजस्थान की सियासत के चर्चित चेहरा रहे हैं। इसके साथ ही वो पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। वो राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं, अब देश के नए उपराष्ट्रपति बन गए हैं।
साधारण किसान परिवार में हुआ था जन्म
एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का जन्म झुंझुनूं जिले के गांव किठाना में साल 1951 में साधारण किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी। उन्होंने अपनी वकालत की शुरुआत भी राजस्थान हाईकोर्ट से की थी। वे राजस्थान बार काउसिंल के चेयरमेन भी रहे थे।
1989 में बने थे सांसद
बता दें कि, धनखड़ ने जनता दल से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी और 1989 में झुंझनूं से सांसद बने थे। उन्हें 1989 से 1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया था। 1991 लोकसभा चुनाव में जनता दल ने टिकट नहीं दिया तो पार्टी छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। इसके बाद अजमेर के किशनगढ से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर 1993 में चुनाव लड़ा और विधायक बने। 2003 में उनका कांग्रेस से मोहभंग हुआ और वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। 70 साल के जगदीप धनखड़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया था।