रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में गैर आदिवासी शहरी इलाकों की 17 सीटों के लिए आज गुरुवार को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया। कड़ी सुरक्षा के बीच 11 बजे तक 29.82 प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया। आज 17 सीटों के लिए 56 लाख से अधिक मतदाता 309 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चाौबे ने बताया कि सभी 17 सीटों पर 11 बजे तक तेजी से 29.82 प्रतिशत मतदान हुआ है और कहीं से भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना की रिपोर्ट नहीं है।
उन्होंने बताया कि 11 बजे तक कोडरमा में 27.30, बरकट्ठा में 28.00, बरही में 34.00, बड़कागांव में 29.13, रामगढ़ में 36.35, मांडू में 32.00, हजारीबाग में 26.00, सिमरिया में 32.33, धनवार में 29.09, गोमिया में 33.04, बेरमो में 29.19, ईचागढ़ में 33.44, सिल्ली में 36.12, खिजरी में 37.65, रांची में 19.35, हटिया में 23.15 और कांके में 28.70 प्रतिशत मतदान हुआ है।
आज सबसे पहले मतदान करने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और रांची की झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रत्याशी महुआ माझी शामिल थीं। धनवार में झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी अपने मताधिकार का उपयोग सुबह ही कर लिया। इसके अलावा रांची के विधायक एवं राज्य के काबीना मंत्री सीपी सिंह, विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने भी सुबह दस बजे अपना मतदान किया।
तीसरे चरण में रांची से शहरी विकास मंत्री चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, कोडरमा से मानव संसाधन विकास मंत्री नीरा यादव और धनवार सीट से झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो सिल्ली विधानसभा क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इस चरण के चुनाव में जिन 17 सीटों पर मतदान हो रहा हैं उनमें दो सीटें अनुसूचित जाति तथा एक आदिवासी समुदाय के लिए सुरक्षित है तथा शेष 14 सीटें अनारक्षित हैं। इस दौर के चुनाव में जहां झारखंड विकास मोर्चा सभी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है वहीं भाजपा सिर्फ 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। विनय कुमार ने बताया कि अब शेष सीटों के लिए चौथे चरण में 16 दिसंबर को और पांचवें चरण में 20 दिसंबर को मतदान होगा।
उन्होंने बताया कि लगभग 40 हजार मतदानकर्मी चुनावी ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। 96 दूरस्थ और नक्सल प्रभावित इलाकों के मतदान केन्द्रों पर मतदान कर्मियों को हेलीकाप्टर से पहुंचाया गया है। सुरक्षा कारणों से दस मतदान केन्द्रों का स्थान परिवर्तित कर दिया गया है