झारखंड की हेमेंत सोरेन सरकार (hemant soren government) पर संकट के बादल मंडराने लगा है। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन 30 से ज्यादा विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए रवाना किया है। एयरपोर्ट पर समर्थकों की भीड़ जुटी हुई थी।
Jharkhand News: झारखंड की हेमेंत सोरेन सरकार (hemant soren government) पर संकट के बादल मंडराने लगा है। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन 30 से ज्यादा विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए रवाना किया है। एयरपोर्ट पर समर्थकों की भीड़ जुटी हुई थी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने विधायकों को रवाना करने के बाद कहा कि ये सबकुछ विशेषण रणनीति के साथ किया जा रहा है। प्रदेश की जनता ने पहले भी हमारी रणनीति को देखा है। आगे भी रणनीति के तह सबकुछ होगा।
साथ ही कहा कि, यह कोई आश्चर्यचकित करने वाली बात या नई परिपाटी नहीं है। ना ही कोई अनहोनी होने जा रही है। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सत्तापक्ष तैयार है। कई बार रणनीति के तहत कार्य किया जाता है, उसी रणनीति का आपने छोटा सी झलक पहले देखी और आज भी देखी।
इसलिए विधायकों को भेजा गया रायपुर
बता दें कि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पत्थर खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग सुनवाई पूरी करके अपनी सिफारिश राज्यपाल को भेज चुका है। माना जा रहा है कि ऑफिस ऑफ फ्रॉफिट केस में हेमंत सोरेन की सदस्यता जा सकती है। ऐसी स्थिति में उनको मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा। ऐसा हुआ तो महागठबंधन को टूट का भी डर है। झारखंड मुक्ति मोर्चा भाजपा पर विधायकों को तोड़ने के प्रयास का आरोप लगा रही है। इसी को देखते हुए कुनबा सुरक्षित करने के लिए विधायकों को कांग्रेस शासित प्रदेश में शिफ्ट किया जा रहा है।