नई दिल्ली। झारखंड विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री रघुवर दास को करीब 16 हजार मतों के अंतर से पराजित करके देश की सियासत में हड़कंप मचाने वाले बीजेपी के बागी सरयू राय का गुस्सा अभी कम नहीं हुआ है। सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्वी सीट से मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराकर भाजपा को झारखंड की सत्ता से बेदखल करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
चुनाव में हराने के बाद एक बार फिर वह रघुवर दास पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस के एक एडीजी के आदेश पर उनकी जासूसी की जा रही थी। सरयू राय ने एक अखबार से बात करते हुए कहा कि स्पेशल ब्रांच के अफसर उनके घर के बाहर तैनात रहते थे।
सरयू ने भाजपा के प्रति अपनी तल्खी दिखाते हुए कहा कि अब भाजपा में व्यक्तिवाद हावी है। अब वे कभी भाजपा में लौटना नहीं चाहते हैं। इस चुनाव में खुलकर झामुमो और भाजपा विरोधी महागठबंधन के पक्ष में प्रचार करने वाले सरयू ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी सीट पर भाजपा के 70 प्रतिशत कार्यकर्ताओं ने मुझे चुनाव जीतने में मदद की।
भाजपा के मंत्री-विधायक रघुवर दास से डरते थे। एक महिला मंत्री मेरे पास रोती हुई आई और कहने लगी कि मेरा टिकट काटने की धमकी दी है। सरयू राय बोले कि किसी को खुश रखने के लिए मेरा जन्म नहीं हुआ है। मैं अपने मुताबिक काम करता हूं और करता रहुंगा।