नई दिल्ली। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पर घमासान जारी है। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर विभाजन की अनुमति नहीं दी होती तो इस विधेयक की जरूरत नहीं होती। अमित शाह के इस बयान पर जवाब देते हुए कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि गृह मंत्री ने कौन सी इतिहास की किताबें पढ़ी हैं।
कपिल सिब्बल ने कहा कि मैं यहां इस बिल का विरोध करने के लिए खड़ा हूं। कपिल सिब्बल ने कहा कि गृहमंत्री जी आप देश का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। दो-राष्ट्र का सिद्धांत हमारा सिद्धांत नहीं है। यह सावरकर द्वारा बनाई गई थी। मैं गृह मंत्री से अनुरोध करता हूं कि वह अपने उस आरोप को वापस लें। क्योंकि हम कांग्रेसी उस एक राष्ट्र में विश्वास करते हैं, जिसपर आप विश्वास नहीं करते। जिनके पास भारत का कोई विचार नहीं है, वे भारत के विचार की रक्षा नहीं कर सकते।
कपिल सिब्बल ने कहा कि हम हिंदू और मुस्लिम देश के विरोध में हैं। दो देशों की थ्योरी सच कर रही है ये सरकार। आप संविधान की बुनियाद को बदल रहे हैं। संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि नया सवेरा आएगा, लेकिन इससे लाखों लोगों की काली रात खत्म नहीं होगी। देश के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। ये सिर्फ एक समुदाय पर हमला है। न मैं डरता हूं, न देश के नागरिक डरते हैं, न देश के मुसलमान डरते हैं। हम सिर्फ संविधान से डरते हैं।
कपिल सिब्बल ने गृहमंत्री से कहा कि आपने सदन की शुरुआत में बड़ी ही आपत्तिजनक बात कही। आपने कहा कि इस देश के मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं। किस मुसलमान को आपसे डर है? हिन्दुस्तान का कोई मुसलमान आपसे नहीं डरता है। न मैं डरता हूं और न कोई मुसलमान आपसे डरता है। हम सभी संविधान से डर रहे हैं, जिसकी आप धज्जियां उड़ा रहे हैं।