बेंगलूरू। कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए गुरुवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया है। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। इस दौरान राज्य के कुल 37.78 लाख मतदाता कुल 4,185 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। मतदाताओं में 19,25,529 पुरुष, 18,52,027 महिलाएं व 414 अन्य हैं। कुल मतदाताओं में 79,714 युवा मतदाता भी शामिल हैं। पहले दो घंटे में 6.06 फीसद वोटिंग हुई है। ये उपचुनाव कांग्रेस और जेडीएस के 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद खाली सीटों के लिए हो रहे हैं।
इस उपचुनाव के नतीजे 09 दिसंबर को आएंगे। इन नतीजों से कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई वाली भाजपा सरकार की किस्मत का फैसला होना है। कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा (स्पीकर सहित) में भाजपा को सत्ता बरकरार रखने के लिए कम से कम छह सीटों की दरकार है। आज जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जेडीएस का कब्जा था। मौजूदा वक्त में भाजपा के पास 105 (एक निर्दलीय) विधायक, कांग्रेस के पास 66 और जेडीएस के पास 34 एमएलए हैं। इनके अलावा बसपा का एक और एक मनोनीत विधायक के साथ अध्यक्ष भी शामिल हैं।
बता दें कि कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों की बगावत के चलते बीते जुलाई महीने में एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार गिर गई थी। इसके बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हुई थी। भाजपा ने अयोग्य करार दिए गए 13 विधायकों को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुप्रीम कोर्ट से उपचुनाव में भाग लेने की इजाजत मिलने के बाद इन बागी विधायकों ने पिछले महीने भाजपा का दामन थाम लिया था।
गौर करने वाली बात यह है कि अभी भी मास्की और आरआर नगर विधानसभा सीटें खाली रहेंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दो विधानसभा सीटों को लेकर याचिका कर्नाटक हाईकोर्ट में लंबित है। ये उपचुनाव भाजपा के लिए जितने अहम हैं उतने ही जेडीएस और कांग्रेस के लिए भी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस ने सभी 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि जेडीएस केवल 12 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। इनके अलावा 100 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। कुल 165 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 156 पुरुष और नौ महिलाएं हैं।