लखनऊ। हिन्दू धर्म में कार्तिक माह बेहद पवित्र महीना माना गया है। इस माह में की गई भक्ति-आराधना का पुण्य कई जन्मों तक बना रहता है। इस माह में किए गए दान, स्नान, यज्ञ, उपासना से श्रद्धालु को तुरंत ही शुभ फल प्राप्त होने लगते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए और उन्हें करने से बचना चाहिए.
इन बातों का रखें ध्यान
- देर तक न सोएं
- इस दिन देर तक सोते न रह जाएं।
- कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को बहुत शुभ माना गया है।
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- पानी में गंगाजल की कुछ बूंदें मिलाकर नहाएं।
तुलसी के पत्ते न तोड़ें
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजा का भी खास महत्व होता है।
- इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए और न ही तुलसी के पौधे को जड़ से उखाड़ना चाहिए।
उड़द, मसूर की दाल न खाएं
- इस दिन उड़द और मसूर की दाल नहीं खानी चाहिए।
- इसके अलावा खाने में करेला, बैंगन और हरी सब्जियों को भी कार्तिक पूर्णिमा के दिन खाने से परहेज करना चाहिए।
मुख्य द्वार न रखें खाली
- इस दिन घर के मुख्य द्वार को खाली न छोड़े।
- मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और आम के पत्ते का तोरण जरूर बांधे
लड़ाई-झगड़ा न करें
- इस दिन घर में किसी तरह का कलह न करें।
- लड़ाई-झगड़ा न करें और शांति सद्भाव से रहें।
तामसिक भोजन न करें
- इस दिन मांस तो भूलकर भी नहीं खाना चाहिए।
- इस दिन खाने में प्याज, लहसुन का भी इस्तेमाल न करें और बिल्कुल सात्विक भोजन करें।