नई दिल्ली। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने धमकी दी है कि यदि अमेरिका प्रतिबंध के जरिए दबाव बनाना जारी रखता है तो प्योंगयांग अपना रुख बदलने पर विचार कर सकता है। किम ने मंगलवार को अपने नववर्ष संबोधन में यह बात कही। किम ने कहा कि अमेरिका ने अगर दुनिया के सामने किए अपने वादों को पूरा नहीं किया और हमारे देश के खिलाफ प्रतिबंध और दबाव बढ़ाता रहा… तो हमारे पास अपनी संप्रभुता एवं हितों की रक्षा करने के लिए कोई नया रास्ता खोजने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा।
यहां चर्चा कर दें कि पिछले साल के भाषण के बाद उन्होंने अपने देश के संबंध दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ मधुर किये थे जिसके बाद उनके इस कूटनीतिक कदम की सराहना सबने की थी। किम और ट्रंप ने जून 2018 में परमाणु हथियार नष्ट करने को लेकर चर्चा की थी लेकिन इसके अब तक कुछ ही परिणाम सामने नजर आये।
यदि आपको याद हो तो 2017 में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु मिसाइल के परीक्षण के बाद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच रिश्तों में खटास पैदा हो गयी थी और दोनों देशों में तनाव पैदा हो गया था। उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि उसकी मिसाइल अमेरिका तक पहुंच सकती है जिसके बाद दोनों के बीच युद्ध तक छिड़ने की नौबत आ गयी थी हालांकि बाद में दोनों देशों के बीच संबंध में थोड़ी मधुरता आयी और युद्ध की बात गलत साबित हुई।
उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों के कई प्रतिबंध लगे हैं, जिससे परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल हथियारों के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा गया है। किम ने कहा- मैं अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ कभी भी बातचीत को तैयार हूं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा स्वीकार्य नतीजे निकालने के पूरे प्रयास करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया को अब साझा सैन्य अभ्यास भी बंद कर देना चाहिए। सियोल और वाशिंगटन के बीच एक सुरक्षा संधि है और अमेरिका ने दक्षिण कोरिया को पड़ोसी देश से सुरक्षा प्रदान करने के लिए अपने 28,500 सैनिक वहां तैनात कर रखे हैं।