मुंबई: कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में फंसे लाखों मजदूरों को उनके गांव पहुंचाने के लिए श्रमिक ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है. शुक्रवार को गृह मंत्रालय के इस निर्णय से अब मुंबई समेत राज्य के अन्य शहरों से मजदूरों के लिए ट्रेनें छोड़े जाने की संभावना जताई जा रही है. वहीं ट्रेनें चलाये जाने की खबर के बाद अब मुंबई-ठाणे- पुणे और अन्य शहरों में लाखों की संख्या में यूपी-बिहार के प्रवासी मजदूर ट्रेन शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
लेकिन 3 मई को लॉकडाउन का दूसरा चरण समाप्त होने के बाद भी मुंबई से ट्रेनें छोड़े जाने की संभावना फिलहाल कम नजर आ रही है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मुंबई, ठाणे, पुणे में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए रेड जोन घोषित है. इसके चलते ट्रेनें शुरू करना संभव नहीं है. गौरतलब हो कि देशव्यापी लॉकडाउन के चलते 24 मार्च से सभी यात्री ट्रेनें बंद हैं. जिसके कारण लाखों लोग पिछले सवा माह से जहां तहां फंसे पड़े हुए हैं.
लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों की हालत खराब है. वे किसी भी तरह अपने घर-गांव जाना चाह रहे हैं. ऐसे में पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार प्रवासी मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग रेल मंत्रालय से कर रहे थे. गृह मंत्रालय की अनुमति के बाद रेल मंत्रालय श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने वाली है लेकिन रेड जोन के चलते फ़िलहाल मुंबई, ठाणे, पुणे में रहने वाले हजारों प्रवासियों को अभी कुछ दिन इंतजार करना पड़ेगा.