किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में खादी एक बार फिर से दागदार हो गयी। दरिंदों के साथ थानाध्यक्ष भी हैवान हो गया। किशोरी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया, जिसके बाद उसके साथ दुष्कर्म की घटना की। चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ।
Lalitpur gang rape case: किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में खादी एक बार फिर से दागदार हो गयी। दरिंदों के साथ थानाध्यक्ष भी हैवान हो गया। किशोरी को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया, जिसके बाद उसके साथ दुष्कर्म की घटना की। चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ।
इस मामले के बाद कार्रवाई शुरू हुई। थानाध्यक्ष समेत चार अन्य युवकों पर केस दर्ज किया गया। इसके साथ ही थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज को निलंबित कर दिया गया। वहीं, पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं, इस घटना के बाद आरोपी थानाध्यक्ष फरार चल रहा है।
ये है पूरा घटना
बता दें कि, किशोरी के परिजनों ने बताया कि 22 अप्रैल को पाली निवासी चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे, जहां उसे स्टेशन के पास गलियों में छुपाकर रखे हुए थे। आरोप है कि चारों उससे दुष्कर्म करते रहे।
उधर, किशोरी की मां बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काटती रही। उधर, शिकायर के बाद आरोपी किशोरी को उसके मौंसी के साथ लेकर आए। उधर, थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज ने 27 अप्रैल को दिन में किशोरी के बयान दर्ज किए और फिर शाम को उसे थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया।