सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता के साथ थाना परिसर में दुष्कर्म करने वाले पाली के थानाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। दुष्कर्म के आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित करने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि, एसओ के कहने पर किशोरी की मौसी ही उसे थाने में लेकर पहुंची थी।
Lalitpur gang rape case: सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता के साथ थाना परिसर में दुष्कर्म करने वाले पाली के थानाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। दुष्कर्म के आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित करने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि, एसओ के कहने पर किशोरी की मौसी ही उसे थाने में लेकर पहुंची थी।
चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग के बाद घटना का खुलासा हुआ। बता दें कि, घटना का खुलासा होने के बाद ललितपुर एसएचओ तिलकधारी सरोज (Tilakdhari Saroj) को पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपी एसएचओ के फोन की लोकेशन प्रयागराज में मिली थी। उधर, इस घटना के बाद पूरे थाने को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके साथ ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की। वह सुबह लखनऊ से निकले थे और करीब छह बजे पाली पहुंचे।
ये है पूरा घटना
बता दें कि, किशोरी के परिजनों ने बताया कि 22 अप्रैल को पाली निवासी चंदन, राजभान, हरिशंकर और महेंद्र चौरसिया उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे, जहां उसे स्टेशन के पास गलियों में छुपाकर रखे हुए थे। आरोप है कि चारों उससे दुष्कर्म करते रहे।
उधर, किशोरी की मां बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काटती रही। उधर, शिकायर के बाद आरोपी किशोरी को उसके मौंसी के साथ लेकर आए। उधर, थाना इंचार्ज तिलकधारी सरोज ने 27 अप्रैल को दिन में किशोरी के बयान दर्ज किए और फिर शाम को उसे थाना परिसर में बने अपने कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया।