रांची: कोरोना का खतरा सुन मां ने महाराष्ट्र में काम कर रहे अपने 19 वर्षीय बेटे को घर लौट आने को कहा। लॉकडाउन में भी बेटा हजारों परेशानियां झेलते हुए मां की पुकार पर घर पहुंचा। घर लौटने पर जब मां ने उसे क्वारंटाइन सेंटर में रहने को कहा तो बात बेटे को इतनी नागवार गुजरी कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
यह दर्दनाक घटना सोमवार को रंका थाना क्षेत्र के हाटदोहर गांव में घटी। हाटदोहर गांव निवासी नारायण गौड़ का पुत्र मुकेश कुमार सोमवार की दोपहर 12 बजे महाराष्ट्र के शोलापुर से लौटा था। घर आने के बाद मां-बाप ने उसे कोरंटाइन सेंटर में रहने को कहा। बेटे को समझाया कि लोग कह रहे हैं कि क्वारंटाइन सेंटर भेजना होगा। इस पर मुकेश ने कुछ नहीं कहा। उसने मां से पूछा कि क्या खाना बना है? मां ने बताया कि आलू की सब्जी और भात बना है। इसके बाद उसने अपने साथ लाया बिस्किट खाकर पानी पीया और अपना बैग लेकर निकल गया।
घर से कुछ ही दूर जाकर एक पेड़ पर उसने गमछा बांधकर फांसी लगा ली। बेटे के देर तक नहीं लौटने पर मां उसे खोजने निकली तो पेड़ पर बेटे को का शव देख चीखने-चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर गांव के लोग पहुंचे। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। थाना प्रभारी ने शव को पेड़ से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।