उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने गठबंधन दल से किसी को भी प्रत्याशी नहीं बनाया। इसके बाद महान दल ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ लिया, जबकि सुभसपा भी इसको लेकर नाराज दिखाई दी। कहा जा रहा था कि अब सुभासपा भी सपा से गठबंधन तोड़ लेगी।
Lok Sabha by-elections: उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने गठबंधन दल से किसी को भी प्रत्याशी नहीं बनाया। इसके बाद महान दल ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ लिया, जबकि सुभसपा भी इसको लेकर नाराज दिखाई दी। कहा जा रहा था कि अब सुभासपा भी सपा से गठबंधन तोड़ लेगी।
हालांकि, इसके एक दिन बाद ही सुभसपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने सपा की तरफ से आजमगढ़ से बनाए गए उपचुनाव के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव से मुलाकात की। उन्होंने सपा प्रत्याशी के साथ प्रचार भी किया है और सपा प्रत्याशी क लिए वोट भी मांगा। बता दें कि, इससे पहले उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उनहोंने कहा था कि मांगो उसी से जो दे दे खुशी से और कहे ना किसी से।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश राजभर जी का प्यार,स्नेह, आशीर्वाद मिला ॥
जय सुहेलदेव जय समाजवाद ॥ pic.twitter.com/datvpQc7rL— Dharmendra Yadav (@MPDharmendraYdv) June 9, 2022
वहीं सुभासपा के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा के ट्वीट पर ओम प्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने कहा कि पियूष मिश्रा ने जो बात कही है उस बात में दम है। उन्होंने सही बात कही है। उपेक्षा के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने कहा था कि जिसकी इज्जत ही नहीं उसकी बेइज्जती कैसी। इसके साथ ही उनहोंने कहा था कि हमारी मंसा नहीं है कि हम उनसे कुछ मांगने जाएं क्योंकि हमारे पास 6 विधायक हैं।
अगर हमारे पास 20 विधायक या 25 विधायक होते तो फिर हम उसके हकदार होते। बता दें कि, उपचुनाव के लिए 23 जून को वोटिंग होगी। सपा ने यहां से धर्मेंद्र यादव को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि बसपा ने गुड्डू जमाली और भाजपा ने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को अपना प्रत्याशी बनाया है।