लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। 100 वर्ष पूरा होने पर पीएम मोदी ने लखनऊ विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि 100 वर्ष का समय सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है। इसके साथ अपार उपलब्धियों का एक जीता जागता इतिहास जुड़ा है। यहांं देश दुनिया के लिए अनेक प्रतिभाओं को बनते हुए देखा है। यहां के छात्र अनेक जगह पहुंचे। लखनऊ यूनिवर्सिटी के कला संकाय प्रांगण मेेें नेता सुभाष चन्द्र बोस की आवाज गूंजी थी।
कल जब संविधान दिवस मनाएंगे तब नेता जी की याद आएगी। मैं सभी विभूतियों का अभिनन्दन करता हूँ। प्रधानमंत्री ने कहा, आज एकादशी है। देवगण सोने जाते हैं। आज देव जागरण का दिन है। जब सभी प्राणी के साथ देवता सो रहे होते हैं तब संयमी मानव लोक कल्याण के लिए काम करता है। देश को प्रेरित करने वाले नागरिकों का निर्माण ऐसे ही केंद्रों में होता है। कोरोना में अनेक संसाधन यहां जुटाएं गए हैं। मेरा सुझाव है जिन जिलों में आपका दायरा है वहां के लोकल कोर्स, वहां का स्किल विकास विश्वविद्यालय में किया जाए।
रिसर्च, ब्रांडिंग, मार्केटिंग भी कोर्स का हिस्सा हो सकता है। लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का पीतल, अलीगढ़ के ताले, भदोही की कालीन इन पर नए सिरे से काम हो। यही नहीं आर्ट, कल्चर, हेरिटेज की ग्लोबल रीच पर काम किया जाए। कोई योग कहता है कोई योगा कहता है। मगर पूरी दुनिया को इसने जोड़ दिया है।
पीएम मोदी ने कहा, लखनऊ विश्वविद्यालय ऊंचे लक्ष्य हासिल करने का केंद्र है। यहां के अधयापक अपने विद्यार्थी को निखारते हैं। उन्होंने कहा, हम अपने सामर्थ्य का उपयोग ही नहीं कर पाए। रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री पर निवेश हुआ, घोषणा हुई, लेकिन यहाँ केवल बोगी रंग दिए जाते रहे। 2014 में हमने सोच बदली। आज सैकड़ो डिब्बे बन रहे हैं। इस पर यूपी को गर्व होगा। दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्ट्री बनेगी रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री।