महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद भी सियासी खींचतान जारी है। शिंदे और उद्धव गुट के बीच जुबानी जुग भी जारी है। मंगलवार को उद्धव ठाकरे की तरफ से शिंदे गुट पर तंज कसा गया। उन्होंने उनकी तुलना सड़े पत्तों से की। पूर्व सीएम ने कहा कि शिवसेना के बागी नेता सड़े पत्तों की तरह हैं उन्हें गिर ही जाना चाहिए।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद भी सियासी खींचतान जारी है। शिंदे और उद्धव गुट के बीच जुबानी जुग भी जारी है। मंगलवार को उद्धव ठाकरे की तरफ से शिंदे गुट पर तंज कसा गया। उन्होंने उनकी तुलना सड़े पत्तों से की। पूर्व सीएम ने कहा कि शिवसेना के बागी नेता सड़े पत्तों की तरह हैं उन्हें गिर ही जाना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने शिंदे को चुनाव की भी चुनौती दी और कहा कि ये चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा कि विद्रोही गुट को लोग समर्थन करते हैं नहीं। पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना‘ के साथ अपने पहले इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने ये बात कही। उन्होंने कहा कि ये उनकी बहुत बड़ी गलती थी कि उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं पर ज्यादा ही भरोसा किया।
गौरतलब है कि, एकनाथ शिंदे शिवसेना के बागी 39 विधायकों के साथ उद्धव सरकार का विद्रोह कर दिया। इसके कारण उनकी सरकार गिर गई। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने वहां पर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने।