नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को शुरू हो गया है। प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलांबकर ने 288 सीटों वाली विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिला रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच अजित पवार के इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस में अपना इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की ओर से उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
वहीं एनसीपी नेता अजित पवार और सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र विधानसभा के पहले सत्र के लिए बुधवार को विधानसभा पहुंचे। सुप्रिया सुले ने अजित पवार को गले लगाकर किया स्वागत। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे बुधवार को नई विधानसभा के पहले सत्र से पहले सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा अर्चना की। सुबह आठ बजे से विधानसभा में विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है।
इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने तीनों दलों की संयुक्त बैठक में घोषणा की थी कि नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह एक दिसंबर को होगा, लेकिन उद्धव के राज्यपाल से मिलने के बाद कार्यक्रम में बदलाव किया गया। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अजित पवार के पक्ष में विधायकों की कथित लामबंदी के परिप्रेक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकार बनाने के मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले का कानूनी निपटारा करते हुए बुधवार को विधानसभा में बहुमत परीक्षण कराये जाने के आदेश दिये थे।
वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अजीत पवार ने आखिर में अपनी गलती स्वीकार की है। यह पारिवारिक मामला है और पवार साहब ने उन्हें माफ कर दिया है। वह पार्टी में हैं और पार्टी में उनकी स्थिति नहीं बदली है। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मुंबई में कहा, डिप्टी सीएम कौन होगा, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।