महाराष्ट्र में सियासी खींचतान जारी है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच शिवसेना को लेकर घमासान मचा हुआ है। इन सबके बीच उद्धव ठाकरे ने बागी नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी से बाहर कर दिया है। इसकेा लेकर गोव में बैठे शिंदे गुटे के बागी विधायक भड़क गए।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी खींचतान जारी है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच शिवसेना को लेकर घमासान मचा हुआ है। इन सबके बीच उद्धव ठाकरे ने बागी नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी से बाहर कर दिया है। इसकेा लेकर गोव में बैठे शिंदे गुटे के बागी विधायक भड़क गए।
शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे के खिलाफ नहीं बोलेंगे लेकिन उनकी भी एक सीमा है। उन्होंने कहा, ‘हम अभी भी मानते हैं कि वह हमारे नेता हैं। हमारे पास सभी सवालों के जवाब हैं लेकिन इसकी एक सीमा है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, कार्यकर्ता 100 रुपये के हलफमाने पर हस्ताक्षर कर रहे हैं कि वे शिवसेना नहीं छोड़ेंगे।
शिव बंधन (जब कोई व्यक्ति शिवसेना में शामिल होता है) प्यार का ‘बंधन’ है और यह अभी भी हमारे साथ है। यह सिर्फ कार्यकर्ताओं को गुमराह करने के लिए है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसे चुनौती दी जाएगी। यह लोकतंत्र को प्रभावित करेगा।