महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर के बाद सियासी हलचल थम नहीं रही है। शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली लेकिन अभी वहां पर हर दिन नई रणनीति बन और बिगड़ रही है। एकनाथ शिंदे सरकार को बने हुए एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी उलटफेर के बाद सियासी हलचल थम नहीं रही है। शिवसेना से बागी हुए एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली लेकिन अभी वहां पर हर दिन नई रणनीति बन और बिगड़ रही है। एकनाथ शिंदे सरकार को बने हुए एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है।
इस बीच भाजपा ने शिंदे खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) के खिलाफ बयान देकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। दीपक केसरकर और नारायण राणे के बीच विवाद एक बार फिर से गरमा गया है। नीलेश राणे (Nilesh Rane) ने केसरकर को सीधे ड्राइवर की नौकरी का ऑफर दे दिया है। उनके इस बयान से शिंदे समूह और भाजपा के बीच विवाद के संकेत मिलने लगे हैं। दरअसल, शिंदे गुट के प्रवक्ता ने भाजपा के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नारायण राणे की जमकर खिंचाई की थी।
उन्होंने कहा था कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में नारायण राणे ने युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे को बदनाम किया। केसरकर ने बयान दिया था कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की थी। लेकिन, इससे भाजपा में नाराजगी है। अब नीलेश राणे ने केसरकर की सीधी आलोचना की है।
राणे ने कहा, दीपक केसरकर कहते हैं मैं राणे के साथ काम करने के लिए तैयार हूं। अगर आपको नौकरी मांगनी है तो ठीक से मांगे। हमारे पास एक ड्राइवर की सीट खाली है। दिलचस्प बात यह है कि दीपक केसरकर इस विवाद से पीछे हट गए। हाल ही में उन्होंने कहा कि वे अब राणे के बारे में बयान नहीं देंगे।