मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर असमंजस बरकरार है। भाजपा और शिवसेना में सीएम पद को लेकर खींचतान चरम पर है। वहीं कांग्रेस और एनसीपी पूरे प्रकरण में अपना हानि लाभ आंक कर सियासत की शतरंज पर चाल चल रहे हैं। वहीं नितिन गडकरी के करीबी और बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा का अल्पमत सरकार बनाने की कोई योजना नहीं है।
गुरुवार को शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायक पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मातोश्री (शिवसेना मुख्यालय) पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने की संभावनाओं पर विधायकों से चर्चा करना चाहते हैं। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आज फिर कहा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच अबतक कोई बातचीत नहीं हुई है। राउत ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना विधायकों के साथ बैठक से पहले कहा कि उनकी पार्टी,कांग्रेस और एनसीपी के विधायक पाला नहीं बदलेंगे।
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार आज राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। इस बीच सत्ता की एक चाबी अपने पास होने के बावजूद एनसीपी अपने पत्ते नहीं खोल रही है, जबकि कांग्रेस में आलाकमान के इनकार के बावजूद एक धड़ा चाहता है कि शिवसेना को समर्थन देकर उसकी सरकार बनवाई जाए।
वहीं एनसीपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी चाहती है कि शिवसेना के साथ किसी भी तरह के समझौते से पहले उद्धव ठाकरे केंद्र सरकार में अपने इकलौते मंत्री अरविंद सावंत का इस्तीफा दिलवाएं। इससे पहले पार्टी ने कहा था कि शिवसेना पहले भाजपा से अपना गठजोड़ तोड़ने का एलान करे। इसके बाद ही कोई दूसरा गठबंधन बन सकता है।