माघ कृष्ण पक्ष अष्टमी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), पौष. अष्टमी तिथि 07:45 PM तक उपरांत नवमी. नक्षत्र चित्रा 07:11 PM तक उपरांत स्वाति.
Makar Sankranti Panchang: माघ कृष्ण पक्ष अष्टमी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), पौष. अष्टमी तिथि 07:45 PM तक उपरांत नवमी. नक्षत्र चित्रा 07:11 PM तक उपरांत स्वाति. सुकर्मा योग 11:50 AM तक, उसके बाद धृति योग. करण बालव 07:40 AM तक, बाद कौलव 07:45 PM तक, बाद तैतिल .
जनवरी 15 रविवार को राहु 04:37 PM से 05:58 PM तक है.चन्द्रमा तुला राशि पर संचार करेगा.
मकर संक्रांति 2023 पंचांग, पुण्यकाल, अतिपुण्यतम पुण्यकाल (महापुण्यकाल)
सनातन धर्म में भगवान सूर्यदेव का बड़ा महत्व हैं। सूर्यदेव के एक राशि से दूस्री राशि में संक्रमित होनेकि कृति को संक्रांति कह्ते हैं। और इसि तरह जब सुर्यदेव का संक्रमण मकर राशि में होता हैं, तोह उसे मकर संक्रांति कह्ते है। जानियें 2023 मकर संक्रांति का सहि तिथि और समय।
इस वर्श सूर्यदेव मकर राशि में गोचर १४ जनवरी के रात ८ः४९ बजे करेंगे। किंतु मकर संक्रांति १५ जनवरी के दिन मनाया जायेगा। क्योंकि मकर संक्रांति भगवान सुर्यदेव के आदर में मनाया जाने वाला त्योहार हैं, शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद संक्रांति होनेपर अग्ले दिन सुर्योदय होनेके बाद हींं स्नान, दान, इत्यादि पुण्य कर्म कियें जाने चाहियें।
करण