नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को कोलकाता की सड़कों पर उतरेंगी। कोलकाता में ममता बनर्जी तीन रैलियों को संबोधित कर सकती हैं। इस बीच ममता बनर्जी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। विरोध प्रदर्शनों की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम का गठन किया गया है।
टीएमसी नेताओं का कहना है कि ममता बनर्जी की रैली दोपहर 1 बजे शुरू होगी। कोलकाता में अंबेडकर मूर्ति से शुरू होने वाली रैली जोरासांको ठाकुरबाड़ी पर खत्म होगी। इस बीच जगह-जगह नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इससे पहले शनिवार को नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में सड़कें रोकने और रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ करने से तनाव बढ़ गया था, जिससे सड़कों पर यातायात और रेल परिवहन बाधित हो गया। सीएए और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में पूर्वी रेलवे के बेलदांगा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद रेल कर्मियों को वहां से भागना पड़ा।
विरोध प्रदर्शनों के दौरान व्यापक हिंसा के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को लोगों से विरोध जताने के लिए लोकतांत्रिक तरीकों का उपयोग करने की अपील की। ममता ने चेतावनी दी कि कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ममता ने एक बयान जारी कर कहा कि लोकतांत्रिक तरीकों से आंदोलन करें, लेकिन कानून को अपने हाथ में न लें। सड़कों या ट्रेन को न रोकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि परेशानी पैदा करने वालों में से किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
ममता अने लोगों से कहा कि वे शांतिपूर्व तरीके से रैली में शामिल हों। नागरिकता कानून के विरोध में लगातार चौथे दिन राज्य में प्रदर्शन हुआ और कई जगहों पर रेल और गाड़ियों को रोकने की खबर आई। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी मिदनापुर और मुर्शीदाबाद जिले में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कों को बंद कर रखा था। इसकी वजह से सैकड़ों यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।