बकारी नीति मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Former Deputy CM Manish Sisodia) को CBI ने बीते रविवार को गिरफ्तार किया था। इस समय मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) सीबीआई (CBI) की कस्टडी में हैं। विपक्षी नेताओं की तरफ से लगातार केंद्र सरकार को घेरते हुए जांच एजेंसिंयों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया जा रहा है।
Manish Sisodia Case: आबकारी नीति मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Former Deputy CM Manish Sisodia) को CBI ने बीते रविवार को गिरफ्तार किया था। इस समय मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) सीबीआई (CBI) की कस्टडी में हैं। विपक्षी नेताओं की तरफ से लगातार केंद्र सरकार को घेरते हुए जांच एजेंसिंयों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया जा रहा है। इसी को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) समेत विपक्ष के 9 नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
चिठ्ठी में कहा गया है कि इस बात से आप में सहमत होंगे कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जिस तरह से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, उन कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है कि हम एक लोकतंत्र से तानाशाही की ओर बढ़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो पत्र में कहा गया कि 26 फरवरी 2023 को दिल्ली में मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को गिरफ्तार किया गया।
यह गिरफ्तारी काफी लंबी कवायद के बाद बिना कोई सबूत साझा किए की गई। सिसोदिया पर लगाए गए सभी आरोप निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं। इस कार्रवाई से पूरे देश की जनता में रोष है। मनीष सिसोदिया को स्कूल शिक्षा में शानदार बदलाव लाने के लिए जाना जाता है। ऐसे में सिसोदिया का गिरफ्तारी दुनिया के सामने राजनीतिक साजिश का उदाहण पेश करती है। इससे इस बात को भी बल मिलता है कि भारत में लोकतांत्रिक मूल्य भाजपा शासन में खतरे में हैं।
इन विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
.अरविंद केजरीवाल (आप)
.के. चंद्रशेखर राव (बीआरएस)
.ममता बनर्जी (तृणमूल कांगेस)
.भगवंत मान (आप)
.तेजस्वी यादव (राजद)
.फारूक अब्दुल्ला (जेकेएनसी)
.शरद पवार (एनसीपी)
.उद्धव ठाकरे (शिवसेना, यूबीटी)
.अखिलेश यादव (सपा)