गाजीपुर। जम्मू—कश्मीर के अनंतनाग में शहीद हुए गाजीपुर के सीआरपीएफ जवान महेश कुशवाहा को शुक्रवार की नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। शहीद जवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ गांव के ही गंगा घाट पर किया गया। छोटे बेटे आदित्य ने मुखग्नि दी। इस दौरान शासन प्रशासन के अधिकारी और आस—पास क्षेत्रों से हजारों लोगों का जनसैलाब उमड़ा था।
शहीद जवान महेश कुशवाहा का पार्थिव शरीर गुरुवार की देर रात गाजीपुर पहुंचा। जैतपुरा गावं में शहीद महेश कुशवाहा का शव पहुंचते ही वहां आस—पास हजारों की संख्या में लोग उमड़ गए। लोगों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीद को नमन किया। बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही पार्थिव शरीर के साथ देर रात गाजीपुर पहुंचे थे।
इस दौरान पूरे गांव में हिंदुस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गूंज उठे। हजारों हाथों ने अपने जिले के लाल की शहादत पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम सलामी दी गई। वहीं प्रदेश सरकार के मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने शहीद के परिजनों को 25 लाख रुपए का चेक सौंपा। परिवार के एक सदस्य को प्रदेश सरकार नौकरी देगी। गांव की एक सड़क शहीद के नाम पर होगी। इसके अलावा गांव में स्मारक और शहीद के नाम पर पार्क बनेगा।