लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बीते 18 अक्तूबर को हुई हिन्दू पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में बरेली से पकड़े गए मौलाना कैफी को जमानत मिल गई है। मौलाना के परिजनों ने लखनऊ में डेरा डाल लिया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि बुधवार को मौलाना की रिहाई हो सकती है।
मौलाना कैफी को एटीएस ने 21 अक्तूबर को कोहाड़ापीर पुलिस चौकी के पीछे शाहबाद स्थित उसके घर से पकड़ा था। मौलाना कैफी पर हत्यारों की मदद का आरोप है। एटीएस के अनुसार मौलाना कैफी ने कमलेश की हत्या के बाद बरेली दरगाह पर आए हत्यारोपियों की मदद की थी। उन्होंने आरोपियों का इलाज व रहने-खाने की व्यवस्था की थी। इसकी जानकारी होने पर एटीएस ने मौलाना को दबोच लिया था। मौलाना कैफी के साथ एटीएस ने कई अन्य लोगों को भी उठाया था। इस हत्याकांड में सिर्फ मौलाना कैफी को 42 दिन बाद जमानत मिली है।
सैय्यद मौलाना कैफी दरगाह से जुड़ा हुआ है जो दरगाह में रहकर खिदमत करता है। सूत्रों के अनुसार मौलाना कैफी की जमानत दरगाह के लोगों ने ही कराई है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नही हो सकी है। कमलेश तिवारी हत्याकांड में हिरासत में लिए गए मौलाना कैफी नात पढ़ता है। वह जेल में भी रोजाना भोर में उठकर नमाज पढ़कर वहां नात पढ़ता है। सूत्रों के अनुसार अन्य कैदी भी मौलाना कैफी की नात को सुनते हैं।