नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। वह समय—समय पर सरकार को आइना दिखाने का काम करते रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने चीन विवाद को लेकर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति और मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता है।
डॉ. मनमोहन सिंह का बयान ऐसे समय पर आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर निशान साध रहे हैं। राहुल गांधी ने रविवार को एक ट्वीट के जरिए पीएम मोदी को सरेंडर मोदी तक बता दिया। इसके अलावा जवानों की शहादत किस क्षेत्र में हुई, इसे लेकर भी वो सवाल उठा रहे हैं।
अब राहुल के साथ मनमोहन सिंह भी आ गए हैं। 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की दगाबाजी में शहीद हुए भारतीय वीरों को सलाम करते हुए पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। मनमोहन सिंह ने कहा है कि ‘आज हम इतिहास के एक नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय व सरकार द्वारा उठाए गए कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दायित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व देश के प्रधानमंत्री का है।’
इसके साथ ही मनमोहन सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री को अपने शब्दों व ऐलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि हम सरकार को आगाह करेंगे कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति तथा मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता है। साथ ही पिछलग्गू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ के आडंबर से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता है।