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कोरोना को कंट्रोल करने में मोदी सरकार फेल, दोहरा रही है पुरानी गलतियां : कांग्रेस

कोरोना से लड़ने को लेकर केंद्र सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं कर रही है, जिसके कारण इसे नियंत्रित करना कठिन हो गया है। महामारी की यह लहर हमारी लापरवाही के कारण कब सुनामी बन जाएगी इसका किसी को पता भी नहीं चलेगा।

By शिव मौर्या 
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नई दिल्ली। कोरोना से लड़ने को लेकर केंद्र सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं कर रही है, जिसके कारण इसे नियंत्रित करना कठिन हो गया है। महामारी की यह लहर हमारी लापरवाही के कारण कब सुनामी बन जाएगी इसका किसी को पता भी नहीं चलेगा।

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यह बात कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कही है। उन्होंने कहा कि पिछले साल जब काेरोना फैल रहा था। तो सरकार तब भी इसे रोकने में असफल हो रही और यह कहते हुए बचने का प्रयास करती रही कि पहली बार बीमारी आयी है। इसलिए स्थिति से निपटने में दिक्कत आ रही है, लेकिन इस बार जब देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है। फिर वही गलतियां दोहराई जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने ही कोरोना का टीका खोजा है, लेकिन टीकाकरण में हम अन्य देशों से बहुत पीछे चल रहे हैं। सरकार ने कोरोना से निपटने की तैयारी ठीक तरह से नहीं की और टीकाकरण में लापरवाही हो रही है जिसके कारण टीके की बर्बाद हो रही है। सरकार का कहना है कि वैक्सीन का छह फीसदी बर्बाद हो रहा है। इसकी वजह यह है कि सरकार ने यह आंकलन नहीं किया कि कितना टीके की जरूरत होगी।

प्रवक्ता ने कहा कि हमारे यहां टीकाकरण का आंकड़ा दुनिया के अन्य कई देशों की तुलना में बहुत कम है। टीका कितना चाहिए और हमें कहां कितने वैक्सीन की आवश्यकता है? इसका हिसाब किताब सरकार के पास नहीं है। यही कारण है कि हम टीकाकरण में पिछडे हैं, जबकि ब्रिटेन में करीब 55 प्रतिशत, अमेरिका लगभग 50 प्रतिशत, जर्मनी में 17 प्रतिशत से ज्यादा और ब्राजील में दस फीसदी से अधिक आबादी का टीकाकरण किया जा चुका है, लेकिन भारत में अभी 5.2 फीसदी आबादी का ही अब तक टीकाकरण किया जा सका है।

श्री खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई में सरकार के साथ काम करने को तैयार है। सरकार को इसमें जो मदद चाहिए उनकी पार्टी इसमें उसे सहयोग देना चाहती है लेकिन सरकार को इसके लिए आगे आकर कोरोना से लड़ने की खातिर आक्रामक रणनीति बनानी होगी। उनका कहना था कि चुनावी रैलियां हो रही है, लेकिन वहां कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि खुद सरकार कहती है कि टीके को लेकर जनता में भय का माहौल है। उनका कहना था कि टीकाकरण को लेकर सरकार जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही है, इसलिए लोगों में डर है। सरकार यह भी नहीं बता पा रही है कि टीके का असर कितने समय तक रहेगा। कई लोगों को टीका लगाने के बाद भी कोरोना संक्रमण हो रहा है सरकार के पास इन सब सवालों का जवाब नहीं है।

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प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव रैलियों में कोरोना नियमों का पालन किया जाना चाहिए और देश के हर नागरिक को कोरोना से निपटने के लिए निर्धारित नियमों का पालन करना चाहिए। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी इस महामारी से निपटने के लिए सरकार के हर कदम के साथ खड़ी है लेकिन उसे नियमपूर्वक और योजनाबद्ध तरीके इस बीमारी को हराने के लिए काम करने की जरूरत है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना की लड़ाई में जब संकेत अच्छे होते हैं तो सरकार के नेता आगे आते हैं और जब महामारी तेज होती है और स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगती है तो अधिकारियों को आगे कर देती है। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव के कल दिए गये एक बयान को असंवेदनशील बताया और कहा कि अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ और सभी लोगों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए अपनी बात करनी चाहिए।

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