हैदराबाद। मैच फिक्सिंग के कारण कभी आजीवन प्रतिबंध झेलने वाले पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन (Mohammad Azharuddin) को शुक्रवार को हैदराबाद क्रिकेट संघ (Hyderabad Cricket Association) का अध्यक्ष चुना गया। अपने जमाने के कलात्मक बल्लेबाज को एचसीए चुनाव में 173 मत मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी प्रकाश चंद जैन ने 73 मत हासिल किए। इस जीत से अजहर ने क्रिकेट प्रशासन में नई पारी का आगाज किया।
बता दें कि दो साल पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन का नामांकन निर्वाचन अधिकारी द्वारा रद्द कर दिया गया था क्योंकि वह बीसीसीआई द्वारा मैच फिक्सिंग में अपनी कथित संलिप्तता के लिए लगाए प्रतिबंध को हटाने का सबूत पेश नहीं कर पाए थे।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत की ओर से 99 टेस्ट और 334 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने 6215 और वनडे में 9378 रन बनाए। उन्होंने 47 टेस्ट और 174 वनडे मैचों में भारत का नेतृत्व भी किया। डेब्यू करते हुए लगातार तीन टेस्ट मैचों में तीन शतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड अजहरुद्दीन के नाम है।
यूपी के मुरादाबाद से सांसद रहे 56 वर्षीय अजहर लंबे समय तक भारत के कप्तान रहे। 90 के दशक में उनकी अगुवाई में भारत ने इंग्लैंड, श्रीलंका और जिम्बाब्वे को घरेलू सीरीज में हराया था लेकिन यह पूर्व कप्तान 2000 में मैच फिक्सिंग में फंस गया। आंध्र उच्च न्यायालय ने हालांकि फैसला दिया कि उनके खिलाफ जांच सही तरह से नहीं की गई थी।
कलाई के जादूगर माने जाने वाले अजहर ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद का भी कलाई के सहारे सहजता से डीप मिड-विकेट की ओर खेल लेते थे। टीम की जर्सी में कॉलर ऊंचा कर के चलने का उनका अपना निराला अंदाज था। बल्लेबाजी के दम पर कई बार टीम मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकालने वाले अजहर अपने जमाने के सर्वश्रेष्ठ फील्डर में भी शामिल थे। उन्होंने तीन वनडे वर्ल्ड कप (1992, 1996, 1999) में भारतीय टीम का नेतृत्व किया जबकि एस. वेंकटराघवन (1975, 1979) और महेन्द्र सिंह धोनी (2011, 2015) को दो बार ही यह गौरव मिला।