कोरोना को लेकर सरकार जितनी सतर्क हैं वहीँ कुछ लोग इसमें व्यवधान डालने से बाज नहीं आ रहे। कुछ ऐसा ही मामला आज शहर के नागफनी थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जब कोरोना आशंकित मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस पहुंची तो इलाके के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। जिसमें एक टीम के डॉक्टर समेत कई लोग घायल हो गए हैं, इसके साथ ही उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी के साथ ही एम्बुलेंस में भी तोड़ फोड़ की है। सूचना पर डीएम-एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और जिन्होंने स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर हमला किया है। उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
सोमवार को शहर के नागफनी इलाके के एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी थी,जबकि उसके परिवार के लोगों को क्वारंटाइन कर इलाज किया जा रहा है।उसमें ही मृतक के एक भाई को तीन दिन से बुखार आ रहा है, जिसके तहत डॉक्टर सुधीश चन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में एक टीम उसे जिला अस्पताल लाने के लिए पहुंची। टीम के पहुँचते ही स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। पुलिस और डॉक्टरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वो लोग नहीं माने। इसी बीच एकाएक टीम पर पथराव शुरू कर दिया। जिस पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीमें भाग खड़ी हुईं। इस पथराव में डॉक्टर सुधीश चन्द्र अग्रवाल समेत एक तकनीशियन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। यही नहीं एम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ी में भी तोड़ फोड़ कर दी।सूचना मिलते ही डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी अमित पाठक एसपी सिटी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और इलाके में लोगों को घरों के अंदर भेजकर उपद्रवियों को ढूंढना शुरू कर दिया। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि घटना में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।