नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत के केस मे बीते दिन एम्स की टीम ने अपनी रिपोर्ट सीबीआई के सामने रखी उसमे ये स्पष्ट किया कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या हुई है। लेकिन अगर बात करें तो सोशल मीडिया पर सुशांत को न्याय दिलाने की आवाज की बात करें तो इसको लेकर लाखों लोग सामने आए। लेकिन इसी बीच एक ऐसे किस्सा सामने आया जो आपके होश उड़ा देगा।
आपको बता दें, सुशांत की मौत के बाद सोशल मीडिया के अलग अलग मंचों पर 80 हजार से ज्यादा फर्जी अकाउंट्स बनाए गए हैं। इन अकाउंट्स द्वारा मुंबई पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की गई है। साथ ही साथ कई तरह के निगेटिव कैंपेन चलाए गए हैं। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने साइबर सेल से कहा है कि इस मामले को आईटी एक्ट के तहत दर्ज कर उसकी जांच करे।
लिहाजा, मुंबई पुलिस के साइबर सेल यूनिट ने एक रिपोर्ट बनाई है, जिसमें वह पाया कि इन पोस्ट्स को सोशल मीडिया के मंचों पर दुनिया के विभिन्न देशों जैसे- इटली, जापान, पोलैंड, स्लोवेनिया, इंडोनेशिया, तुर्की, थाईलैंड, रोमानिया और फ्रांस से पोस्ट किए गए हैं।
सीनियर आईपीएस अधिकारी ने बताया कि, “हमने विदेशी भाषा में पोस्ट की पहचान की है। इसमें #justiceforsushant #sushantsinghrajput और #SSR हैशटैग का इस्तेमाल किया गया। हम इन अकाउंट्स के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश में हैं।”
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा, “यह कैंपेन ऐसे वक्त पर हमारे मनोबल को गिराने के लिए चलाया गया जब कोरोना वायरस के चलते 84 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और करीब 6 हजार से ज्यादा जवान कोरोना संक्रमित थे। यह जानबूझकर चलाया गया कैंपेन था ताकि मुंबई पुलिस की छवि और जांच दोनों को बिगाड़ा जा सके।”