Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat : बीते रविवार को मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar ) के जीआईसी मैदान में हुई ऐतिहासिक किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union )के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (National spokesperson Rakesh Tikait )ने एक नारा मंच से लगवाया था। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का ये नारा जहां सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party ) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने टिकैत के भाईचारे वाले नारे (आल्लाहु अकबर और हर-हर महादेव) (Allahu Akbar and Har Har Mahadev) का समर्थन करते हुए उसको अपना हथियार बनाने का प्रयास किया है।
लखनऊ। Muzaffarnagar Kisan Mahapanchayat : बीते रविवार को मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar ) के जीआईसी मैदान में हुई ऐतिहासिक किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union ) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (National spokesperson Rakesh Tikait ) ने एक नारा मंच से लगवाया था। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का ये नारा जहां सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party ) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने टिकैत के भाईचारे वाले नारे (आल्लाहु अकबर और हर-हर महादेव) (Allahu Akbar and Har Har Mahadev) का समर्थन करते हुए उसको अपना हथियार बनाने का प्रयास किया है। इसके सहारे ही भाजपा और सपा पर करारा वार किया है।
2. किसान देश की शान हैं तथा हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा के लिए मंच से साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए लगाए गए नारों से भाजपा की नफरत से बोयी हुई उनकी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई दिखने लगी है तथा मुजफ्फरनगर ने कांग्रेस व सपा के दंगा-युक्त शासन की भी याद लोगों के मन में ताजा कर दी है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) September 6, 2021
मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट कर लिखा कि ‘यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में कल हुई किसानों की जबरदस्त महापंचायत में हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए भी प्रयास अति-सराहनीय है। इससे निश्चय ही सन 2013 में सपा सरकार में हुए भीषण दंगों के गहरे जख्मों को भरने में थोड़ी मदद मिलेगी, किन्तु यह बहुतों को असहज भी करेगी।
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि’किसान देश की शान हैं तथा हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा के लिए मंच से साम्प्रदायिक सौहार्द (Communal Harmony) के लिए लगाए गए नारों से भाजपा की नफरत से बोयी हुई उनकी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई दिखने लगी है तथा मुजफ्फरनगर ने कांग्रेस व सपा के दंगा-युक्त शासन की भी याद लोगों के मन में ताजा कर दी है।
बीते रविवार को किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) के मंच से राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने समाज को एकजुट रहने के लिए जो नारा दिया था, उसको मायावती ने अपना हथियार बनाने का प्रयास किया है। टिकैत ने क्या कहा था? महापंचायत के मंच से टिकैत ने विशेषकर भाजपा को घेरते हुए कहा था कि दंगा करवाने वालों को यूपी की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा था कि ये लोग तोड़ना चाहते हैं, लेकिन हमें जोड़ना है। टिकैत ने मंच से ही अल्लाहु अकबर और हर-हर महादेव के नारे (Allahu Akbar and Har Har Mahadev) एक साथ लगवाकर एकजुट रहने की अपील की थी और वोट की चोट करने का आह्वान किया था। अब जबकि यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। ऐसे में टिकैत का बयान सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है।