युवा मन जब आशा और निराशा के बादलों में विचरण कर रहा हो तो उसे किसी प्रेरणा पुंज की आवश्यकता होती है।
National Youth Day 2022 : युवा मन जब आशा और निराशा के बादलों में विचरण कर रहा हो तो उसे किसी प्रेरणा पुंज की आवश्यकता होती है। ऐसे समय में आधुनिक युग के युवाओं के लिए युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद की तस्वीर युवाओं के मन में अनायास उभर जाती है। भारत देश के गौरव और इतिहास पुरूष नौजवानी में नरेंद्र और दुनिया के लिये स्वामी विवेकानंद की जयंती आज पूरा विश्व मना रहा है। 12 जनवरी 1863 को उनका जन्म कलकत्ता में हुआ था।उनका पूरा नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। हर साल इसी दिन (12 जनवरी) को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day 2022) के रूप में मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानंद अपने ओजपूर्ण और बेबाक भाषणों के कारण काफी लोकप्रिय हुए। उनका सूत्र वाक्य था उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक कि लक्ष्य न प्राप्त हो जाए। सनातन संस्कृति के संदेशवाहक स्वामी विवेकानंद जी ने पश्चिमी देशों के बड़े बड़े विद्वानों को बौना साबित कर भारत को विश्वगुरू के रूप में पुनर्स्थापित किया। वेदों के ज्ञाता और महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद जी ने, न केवल भारत की आध्यात्मिक संस्कृति को देश दुनिया में एक नई पहचान दिलाई बल्कि लोगों को जीवन जीने का सही तरीका भी बताया। इसी दिशा में उन्होंने रामकृष्ण मठ की स्थापना की।
स्वामी जी का कहना था कि जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर सफर कर रहे हैं। स्वामी जी युवाओं के लिए कहते है कि विश्व एक व्यायामशाला है, जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
स्वामी जी एक सच्चे कर्मयोगी, उन्हें इस देश के युवाओं पर पूरा भरोसा था। उनका दृढ़ विश्वास था कि युवा अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और आध्यात्मिक शक्ति के माध्यम से भारत के भाग्य को बदल सकते हैं।