
नई दिल्ली। आज मां कालरात्रि यानि नवदुर्गा के सातवें स्वरूप का दिन है। मां का रंग काला है और ये तीन नेत्रधारी हैं। मां कालरात्रि के गले में विद्युत् की अद्भुत माला है और हाथों में खड्ग और कांटा है और गधा इनका वाहन है। इस बार मां के सातवें स्वरुप की पूजा 05 अक्टूबर को की जाएगी। आइये जानते हैं मां कालरात्रि की पूजा विधि के बारे में…
Navratri 2019 Maa Kalratri Worship Process On Seventh Day Of Navratra :
- शत्रु और विरोधियों को नियंत्रित करनेके लिए इनकी उपासना अत्यंत शुभ होती है।
- इनकी उपासना से भय,दुर्घटना तथा रोगों का नाश होता है।
- इनकी उपासना से नकारात्मक ऊर्जा का (तंत्र मंत्र) असर नहीं होता।
- ज्योतिष में शनि नामक ग्रह को नियंत्रित करने के लिए इनकी पूजा करना अदभुत परिणाम देता है।
मां कालरात्रि की पूजा विधि….
- मां के समक्ष घी का दीपक जलाएं।
- मां को लाल फूल अर्पित करें। साथ ही गुड़ का भोग लगाएं।
- मां के मन्त्रों का जाप करें या सप्तशती का पाठ करें।
- लगाये गए गुड़ का आधा भाग परिवार में बाटें।
- बाकी आधा गुड़ किसी ब्राह्मण को दान कर दें।
- काले रंग के वस्त्र धारण करके या किसी को नुकसान पंहुचाने के उद्देश्य से पूजा न करें।
मां कालरात्रि को अर्पित करें विशेष प्रसाद
मां कालरात्रि को गुड का भोग अर्पित करें
इसके बाद सबको गुड का प्रसाद वितरित करें
आप सबका स्वास्थ्य अत्यंत उत्तम होगा