नई दिल्ली। झारखंड में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2019) से पहले नक्सलियों ने सरकारी कार में सवार पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस नक्सली हमले (Naxal Attack) में एक एएसआई समेत चार जवान शहीद हो गए। उल्लेखनीय है कि 30 नवंबर को राज्य में पहले चरण के लिए मतदान होने हैं।
जानकारी के अनुसार रात्रि गश्ती में निकली पीसीआर वैन को लक्ष्य कर उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जब तक पुलिस पार्टी कुछ समझ पाती तब तक दारोगा और एक जवान को गोली लग चुकी थी। शेष जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की और स्थिति को संभाले रखा। फायरिंग की सूचना मिलने के बाद सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट रविशंकर सिंह और चंदवा थाना प्रभारी मोहन पांडेय जवानों के साथ घटनास्थल पहुंचे और जवाबी फायरिंग की। खबर लिखे जाने तक दोनों ओर से करीब 70 से 80 राउंड फायरिंग हो चुकी है।
बताया जाता है कि हमला करने के बाद नक्सली मारे गए जवानों का हथियार भी अपने साथ ले भागे। थाना से महज दो किमी की दूरी पर हुई फायरिंग से ग्रामीणों में काफी दहशत व्याप्त है। फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों में दुबके हुए हैं। फायरिंग के दौरान आवागमन बंद कर दिए गए। खबर लिखे जाने तक जवान मोर्चा संभाले हुए हैं और जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। घटनास्थल पर सभी लोगों के आने-जाने रोक दिया गया है।
चुनाव आयोग ने दिए थे सतर्कता बरतने के निर्देश
इससे पहले बुधवार को चुनाव निर्वाचन आयोग ने नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा था कि जिन इलाकों में वोटिंग होनी हैं, वहां के जिलाधिकारी (उपायुक्त) और पुलिस अधीक्षक मतदानकर्मियों को भेजने और लाने के लिए विशेष एहतियात बरतें।
इसके अलावा झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों के अलावा झारखंड के सशस्त्र बलों की 137 कंपनियां तैनात की गई हैं। हर कंपनी को संभालने की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को दी गई है। इन बलों में 90 कंपनी अद्धसैनिक बल और 47 कंपनियां झारखंड पुलिस की हैं।