लखनऊ: एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर नीम संक्रमण से बचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। नीम के बीजों से निकाला गया तेल कई बीमारियों से भी बचाता है। नीम एक प्राकृतिक औषधि है। इसका पत्ता, तना, जड़ और छाल कई रोगों में उपयोगी है। एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर नीम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
नीम के बीजों से निकाला गया तेल कई बीमारियों से भी बचाता है। इसका इस्तेमाल साबुन और शैम्पू बनाने में भी किया जाता है। नीम का सेवन शरीर के कई रोगों में फायदेमंद है। इससे त्वचा के रोग भी ठीक हो जाते हैं।
रूखे, सूखे और बेजान बालों को मुलायम बनाने के लिए नीम के तेल से बालों की जड़ों की मालिश करें।
अगर आपको डैंड्रफ की समस्या है, तो अपने बालों में 2-3 सप्ताह के लिए नीम का तेल लगाएं। इसके इस्तेमाल से डैंड्रफ और हेयरफॉल की समस्या दूर हो जाएगी। जब आपके पास जूँ हो तो नीम के तेल का उपयोग एक अच्छा उपाय है। हर रात बालों की जड़ों में नीम का तेल लगाएं। सुबह धो लें।
नीम की सूखी पत्तियों को पीसकर मेंहदी, आंवला, रीठा, शिकाकाई को मिलाकर बालों पर एक घंटे के लिए लगाएं और बालों को काला और मुलायम धोएं और डेंड्रफ भी दूर करें।
ताजा नीम के पत्तों को एक लोहे के साफ बर्तन में आंवला, रीठा, शिकाकाई, एलोवेरा के साथ 1-2 रात के लिए भिगो दें। इसके बाद इसे उबाल कर छान ले और ठंडा करने के बाद शैम्पू की तरह इस्तेमाल करें।
2 मुट्ठी नीम के पत्तों, आंवले, एलोवेरा और दानामेथी के पेस्ट के साथ 200 ग्राम नारियल या सरसों के तेल को लोहे के बर्तन में मिलाएं और ठंडा होने पर इसका उपयोग करें। हफ्ते में 2 बार इस तेल से मसाज करें।