नई दिल्ली। 7 साल पहले दिल्ली में निर्भया के साथ हुई दरिंदगी के मामले में आखिरकार आज निर्भया को इंसाफ मिला है। दिल्ली के पटियाला हाईकोर्ट ने मगलवार को चारों दोषियों की फांसी का डेथ वारेंट जारी कर दिया है। चारों दोषियों को तिहाड़ में 22 जनवरी सुबह 7 बजे एकसाथ फांसी दी जायेगी और उसके बाद उनका शव उनके परिजनो को सौंप दिया जायेगा। डेथ वारेंट जारी होते ही निर्भया की मां की आंखो में आंसू आ गये, उन्होने कहा है कि उनकी बेटी को आखिरकार आज इंसाफ मिल गया।
गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को निर्भया के साथ छह दरिंदों ने चलती बस में गैंगरेप किया था। छह में से एक दोषी नाबालिग था जिसे बाल सुधार गृह भेजा गया था जो कि अब छूट चुका है और कहीं गुमनामी की जिंदगी बिता रहा है। बाकी बचे पांचो दोषियों को इस मामले में फांसी की सजा सुनाई गयी थी। लेकिन एक आरोपी रामसिंह ने तिहाड़ जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। अब घटना के सात साल बाद बाकी बचे चार दोषियों मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को जल्द ही फांसी की सजा होनी है।
आपको बता दें कि आरोपियों ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका भी दायर की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। एक आरोपी ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका डाली थी लेकिन सुनवाई से पहले ही वापस ले दिया। पिछले 1 महीने के दौरान तकरीबन 3 याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और पटियाला हाउस कोर्ट से खारिज हो चुकी थीं। आपको बता दें कि इस घटना में निर्भया के दोस्त अवनींद्र चश्मदीद गवाह थे। दोषिंयो के परिजनो ने अवनींद्र पर आरोप लगाते हुए भी एक याचिका दायर की थी जिसे सोमवार को ही पटियाला कोर्ट ने खारिज कर दिया था। उस याचिका में आरोप लगाया गया था कि अवनींद्र ने मीडिया को दिए अपने बयान के एवज में पैसा लिया है इसलिए कोर्ट में दी उसकी गवाही को भी फर्जी माना जाए।