संसद के बजट सत्र के बचे वक्त के लिए विपक्षी दलों ने नई रणनीति बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दल सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion) ला सकते हैं। कांग्रेस सांसदों की बैठक में इससे जुड़ा प्रस्ताव रखा गया था। कांग्रेस इस संबंध में अन्य विपक्षी दलों से बात कर रही है।
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के बचे वक्त के लिए विपक्षी दलों ने नई रणनीति बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दल सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion) ला सकते हैं। कांग्रेस सांसदों की बैठक में इससे जुड़ा प्रस्ताव रखा गया था। कांग्रेस (Congress) इस संबंध में अन्य विपक्षी दलों से बात कर रही है।
बता दें कि गुजरात के सूरत की एक अदालत की ओर से 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। चार बार सांसद रहे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अयोग्यता के कारण आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते, जब तक कि कोई हाई कोर्ट सजा पर रोक नहीं लगाता। इस मामले को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार संसद में हंगामा कर रहे हैं और संसद के बाहर भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की गई है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (BJP)के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अडानी मुद्दे पर संसद में उनके अगले भाषण से डर गई थी। वहीं बीजेपी ने कहा कि लोकसभा सचिवालय की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अयोग्य ठहराने का फैसला नियमानुसार है । फैसले पर सवाल उठाना संविधान को निशाना बनाने जैसा है।
18 विपक्षी दलों ने की थी बैठक
इसके अलावा विपक्षी दल बजट सत्र की शुरुआत से ही अडानी समूह से जुड़े मामले में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग करे रहे हैं। बीते दिन कांग्रेस समेत देश के 18 विपक्षी दलों ने बैठक कर फैसला लिया था कि सभी दल लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे भी मिलकर काम करते रहेंगे और अडानी मामले में जेपीसी की मांग जारी रखेंगे।